इटारसी। व्यापारिक संगठनों ने कैट के आह्वान पर आज जीएसटी (GST) को सरल बनाने की मांग लेकर अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। बंद के दौरान व्यापारियों ने अपने व्यापारिक हितों को सामने रखा और राजनीतिक दलों को पीछे कर दिया। बंद के दौरान सभी व्यापारियों ने अपना योगदान दिया, चाहे वह भाजपा से जुड़ा हो, या फिर कांग्रेस (Congress) या अन्य किसी दल से। मुख्य बाजार में तो माहौल ऐसा लगा जैसे लॉकडाउन के दौरान दिखता था।
सुबह से कुछ गफलत के चलते चाय-नाश्ते की दुकानें खुल गयीं थीं। लेकिन, सुबह जब व्यापारियों का दल निकला तो सभी से हाथ जोड़कर बंद में साथ देने का निवेदन किया। संयुक्त व्यापार महासंघ (Sanyukt Vyapar Mahasangh) के बैनर तले सुबह से हाथ में माइक लेकर पीए स्पीकर सिस्टम से उन छोटे-छोटे दुकानदारों से भी बंद में सहयोग का निवेदन किया जो अपनी दुकान खोलकर बैठे थे। इस दौरान नारियल बाजार में टेंट लगाकर व्यापारी धरने पर बैठे रहे। सुबह जयस्तंभ चौक, बजाजी लाइन, रेलवे स्टेशन के सामने, एमजी रोड, राधाकृष्ण मार्केट सहित अन्य मार्केट में जाकर सबसे निवेदन किया। हालांकि कुछ दुकानदार तो फिर भी नहीं माने और शटर आधा करके भारत टाकीज रोड पर कमला पार्क की गुमटियों में बैठे रहे।
मेडिकल को छूट
बंद के दौरान मेडिकल स्टोर्स, अस्पताल, शैक्षणिक संस्था, सब्जी और फल बाजार खुले रहे। इनको बंद से छूट दी गयी थी। मुख्य बाजार पूरी तरह से बंद रहा, जबकि मोहल्लों में किराना और अन्य दुकानें खुली रहीं। मुख्य मार्गों पर भी व्यापारियों ने बंद रखकर बंद में सहयोग प्रदान किया।