कमिश्नर एवं कलेक्टर ने किया खरीदी केन्द्रों का निरीक्षण
होशंगाबाद। नर्मदापुरम् संभाग कमिश्नर रविन्द्र मिश्रा, कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह एवं एसपी श्री एम एल छारी ने खरीदी केन्द्रों का निरीक्षण कर उपार्जन की व्यवस्थाएं देखी तथा किसानों से चर्चा की। कमिश्नर रविन्द्र मिश्रा ने उपार्जन केन्द्र रोहना का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उपार्जन केन्द्र में जन सुविधा, तौल कांटे, ब्लोअर पंखा, छन्ना एवं अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उपार्जन केन्द्र पर मिली कमियों को दूर करने के निर्देश दिए। रोहना में गेहूं की नमी नापने की मशीन ठीक से कार्य नहीं कर रही थी तथा पंखा एवं छन्ना भी एक-एक था साथ ही तौल में 50 किलो 580 ग्राम के स्थान पर 50 किलो 750 ग्राम की तुलाई हो रही थी जिस पर उन्होने नाराजगी व्यक्त की। सांवलखेडा एवं डोलरिया के खरीदी केन्द्र में भी उक्त कमियां पाई गई जिसे दूर करने के निर्देश कमिश्नर श्री मिश्रा ने दिए। उन्होने उपार्जन केन्द्रो पर खरीदी के अनुपात में कम बारदाना प्राप्त होने तथा खरीदे गए उपार्जित उपज उठाव परिवहन प्रारंभ न होना तथा एसएमएस भेजने के कम संख्या पर नाराजी व्यक्त करते हुए इसे तत्काल सुधारने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री सिंह ने ग्राम रोहना में बनाए खरीदी केन्द्र पर केन्द्र प्रबंधक को अनाज ढंकने के लिए त्रिपाल की व्यवस्था करने एवं किसानों के रूकने के लिए टेंट की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने डोलरिया खरीदी केन्द्र पहुंचकर किसानों से चर्चा की एवं उन्हें बताया कि यदि किसी किसान की जमीन अलग-अलग हल्को में होने के कारण उसके एक से अधिक खरीदी केन्द्र है तो वह एसडीएम को आवेदन देकर एक ही खरीदी केन्द्र पर अपनी पूरी फसल बेंच सकता है। कलेक्टर श्री सिंह ने उपस्थित किसानों को समझाईश दी कि वे अपने खेतों में नरवाई न जलाए तथा अन्य किसानों को भी ऐसा करने से रोके। जिले में नरवाई जलाना प्रतिबंधित है तथा नरवाई जलाने वालों पर एफआईआर दर्ज करने की कारवाही की जाएगी। उन्होंने किसानों से कहा कि नरवाई में आग लगाने की घटनाओं को प्रशासन के संज्ञान में लाएं। उन्होने किसानों से चर्चा करते हुए कहा कि नरवाई से भूसा बनाकर उसे बाहर बेचने के लिए ग्रामीण स्तर पर किसानों की कंपनी बनाई जा सकती है। उन्होने उप संचालक कृषि श्री जितेन्द्र सिंह को इस संबंध में योजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होने रतवाडा एवं बघवाडा में भी खरीदी केन्द्रो का निरीक्षण किया तथा तौल कांटे पर अपने सामने गेहूं तुलवाकर देखा। उन्होने सभी समिति प्रबंधकों को हिदायत दी कि वे प्रति बारदाने का वजन 580 ग्राम ही लें। इससे अधिक लेने पर कार्यवाही की जाएगी। उन्होने खरीदी केन्द्रो पर उपस्थित किसानों से कहा कि यदि उनके पास एसएमएस नहीं आया है परंतु वे अपनी फसल बेचना चाहते है तो खरीदी केन्द्र पर ला सकते है। दोपहर & बजे के बाद उन्हें पर्ची प्रदान कर दी जाएगी।
कलेक्टर श्री सिंह ने सभी केन्द्र प्रबंधको को निर्देशित किया कि वे किसानों से एफएक्यू गुणवत्ता का गेहूं ही खरीदे। एक बार खरीदी हो जाने के बाद किसान को भुगतान करना समिति की जिम्मेदारी है। इसलिए खरीदी के पहले ही एफएक्यू गुणवत्ता अ’छी तरह जांच लें। उन्होने समितियों के ऑपरेटर्स को निर्देशित किया कि वे गेहूं की खरीदी होने के बाद पोर्टल पर उसे रेडी टू ट्रांसपोर्ट के रूप में दर्ज करें ताकि शीघ्र परिवहन किया जा सकें।