डेढ़ सौ लोगों को आला अधिकारियों से मिला प्रशिक्षण

डेढ़ सौ लोगों को आला अधिकारियों से मिला प्रशिक्षण

शहर के हर घर में डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग होगी
इटारसी। कोरोना वायरस से शहर को पूरी तरह से मुक्त करने की दिशा में अब प्रशासन ने कदम बढ़ा दिये हैं। गुरुवार 23 अप्रैल से शहर के प्रत्येक घर की स्क्रीनिंग प्रारंभ हो रही है। इसके लिए 150 सदस्यीय टीम है जो डोर-टू-डोर सर्वे करके हर घर की स्क्रीनिंग करेगी और कहीं संदिग्ध दिखता है तो रैपिड रिस्पांस टीम उसकी जांच करेगी और यदि कोरोना जैसे लक्षण दिखाई देते हंै तो उसका सेंपल लेकर जांच के लिए भेजा जाएगा।
बुधवार की शाम को कम्युनिटी स्क्रीनिंग के लिए अमले को प्रशिक्षण प्रदान किया और गुरुवार से मैदान में उतरने के लिए आवश्यक सामग्री भी प्रदान की गई। गांधी मैदान में जिला पंचायत सीईओ और कोरोना के लिए नोडल अधिकारी आदित्य सिंह, एसडीएम सतीश राय, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुधीर जैसानी, मुख्य नगर पालिका अधिकारी सीपी राय सहित चिकित्सा विभाग के अधिकारी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, नगर पालिका के अधिकारी-कर्मचारी, नर्सिंग स्टाफ, आशा कार्यकर्ता आदि मौजूद थे।

पचास टीमें करेंगी स्क्रीनिंग
कम्युनिटी स्क्रीनिंग के लिए पचास टीमों का गठन किया है। प्रत्येक टीम में दो सदस्य शामिल रहेंगे। यदि कोई क्षेत्र बड़ा है तो वहां यह संख्या तीन भी हो सकती है। इस तरह से स्क्रीनिंग के लिए 120 सदस्य लगाये गये हैं। इन सदस्यों की स्क्रीनिंग के बाद यदि किसी की चिकित्सकीय जांच या सेंपल लेने की जरूरत होगी तो इसके लिए रैपिड रिस्पांस टीम रहेगी जिसकी संख्या 30 है। इसमें चिकित्सक के साथ ही पैरामेडिकल स्टाफ रहेगा।

ऐसे करेंगी टीमें काम
कम्युनिटी स्क्रीनिंग के लिए टीम घर-घर जाएगी और इनके साथ एक फार्म होगा जिसमें लोगों से पूछताछ करके उसे मिलने वाली जानकारी के मुताबिक भरा जाएगा। यदि इस टीम को कहीं पता चलता है कि किसी घर में सर्दी, जुकाम, खांसी, बुखार से पीडि़त मरीज है तो उसकी जानकारी रैपिड रिस्पांस टीम को दी जाएगी। इसके बाद यह टीम संबंधित के यहां पहुंचेगी और जांच के बाद यदि संदिग्ध होता है तो जांच के लिए सेंपलिंग होगी।

इतने घरों में जाएंगी टीमें
शहर में हॉट स्पॉट क्षेत्र में टीमों का सर्वे लगभग पूर्णता की ओर है। अब प्रशासन का सारा ध्यान नॉन स्पॉट जोन में शेष बचे घरों की ओर रहेगा। ये टीमें शहर के 18 हजार घरों में डोर-टू-डोर जाकर सर्वे करेंगी। प्रत्येक घर के सदस्य के स्वास्थ्य की जानकारी हासिल करके फार्म में अंकित की जाएगी। टीमें पूरी तरह से सुरक्षित रहेंगी। सेनेटाइजर, मास्क, ग्लब्स साथ रखना होगा। गर्मी से बचने पानी की बोतल, ओआरएस के पैकेट रहेंगे।

घर-घर पहुंचेगी मदद
कंटेन्मेंट जोन में खाद्य सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं की कमी को देखते हुए और वितरण व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए प्रशासन ने तैयारी कर ली है। कंटेन्मेंट जोन में रहने वालों को किराना और अनाज का वितरण अब घर-घर जाकर किया जाएगा। नोडल अधिकारी आदित्य सिंह का कहना है कि चावल सहित अन्य अनाज, किराना, मसाले, तेल, साबुन, शक्कर, चाय आदि चीजों का वितरण अब कर्मचारी घर-घर जाकर करेंगे।

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