मुस्कुराइये इंडिया फाउंडेशन और रोटरी क्लब ने किया सम्मान
महिलाओं ने किया देश को गौरवान्वित : डॉ. शर्मा
इटारसी। महिला दिवस के अवसर पर मुस्कुराईये इंडिया फाउंडेशन ने शहर की महिलाओ को एक बड़ी सौगात दी है। फाउंडेशन द्वारा महिला दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान घोषणा की गई है कि आने वाले सत्र में लगभग 200 महिलाओं को कलस्टर के जरिए सिलाई, कढ़ाई, बुनाई आदि का प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। उक्त जानकारी फाउंडेशन के डायरेक्टर मनीष ठाकुर ने दी। महिला दिवस के अवसर पर मुस्कुराईये इंडिया फाउंडेशन और रोटरी क्लब के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित सम्मान समारोह के दौरान अलग-अलग विधाओं में शहर को गौरवान्वित करने वाली 56 महिलाओं का सम्मान किया।
रविवार को महिला दिवस पर न्यास कॉलोनी स्थित वृन्दावन गार्डन में मुस्कुराईये इंडिया और रोटरी क्लब द्वारा आयोजित कार्यक्रम में समाजसेवा, राजनीति, शासकीय सेवा सहित अलग-अलग विधाओं में अपनी अलग पहचान बनाने वाली 56 महिलाओं का प्रशस्ति पत्र देकर सम्मान किया। कार्यक्रम में मुस्कान संस्था से आए बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये। इस अवसर पर मुस्कुराईये इंडिया फाउंडेशन के डायरेक्टर मनीष ठाकुर ने कहा कि हमारा प्रयास महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है, जिसमें हम काफी हद तक सफल भी हुए हैं। महिला किसी पर आश्रित न रहे, इसके लिए हम अपने स्तर पर बेहतर से बेहतर प्रयास करेंगे। उन्होंने बताया कि जल्द ही एक बड़े प्रोजेक्ट की स्वीकृति मिलने वाली है। जिसके जरिए हम लगभग 200 महिलाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार उपलब्ध कराएंगे।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा ने कहा कि समाज में आए बदलाव के बाद महिलाएं आज किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से पीछे नहीं हैं। महिलाएं देश की सत्ता संभालने से लेकर चांद तक का सफर तय कर चुकी हैं। हमें महिलाओं के प्रति अपनी सोच बदलकर उन्हें आगे लाना होगा। प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य पीयूष शर्मा ने कहा कि वर्तमान दौर में महिलाओ का आत्मनिर्भर होना आवश्यक है। हमारे देश के प्रधानमंत्री भी इसी क्षेत्र में काम कर रहे हंै ताकि महिलाएं किसी से पीछे न रहें। वरिष्ठ अधिवक्ता रमेश साहू ने कहा कि फाउंडेशन के प्रयास सराहनीय है। महिलाओं को रोजगार के अवसर मिलने से वह किसी क्षेत्र में भी पीछे नहीं रहेंगी।
एमएसएमई के एडवाइजर केके मुदगल ने कहा कि यदि घर की कमान पुरूष के हाथ में हो तो बजट गड़बड़ा जाता है और यदि यही काम घर की महिला करें तो महीनेभर के खर्च के बाद भी बचत हो जाती है। मतलब साफ है कि महिलाओं को भी आज के समय आगे आकर अपनी जिम्मेदारियां संभालनी होगी। महिला दिवस जब ही कारगर होगा तब हम साल भर महिलाओ का सम्मान करें। समाजसेवी प्रमोद पगारे ने कहा कि फाउंडेशन के प्रयास सराहनीय है। महिलाओं को इसमें अपनी भागीदारी तय करना होगा ताकि आने वाले वर्ष में जब हम महिला दिवस मनाएं तो हमारे चेहरों पर मुस्कुराहट हो। इसके अलावा अन्य वक्ताओ ने भी अपने-अपने विचार रखे। आभार प्रदर्शन रोटरी क्लब के सत्यम अग्रवाल ने तथा संचालन अधिवक्ता सोनल राय ने किया। इस अवसर पर निसर्ग फाउंडेशन की निधि चतुर्वेदी, पार्षद श्रीमति अमृता ठाकुर, मनोज बडकुर, पंकज गोयल, जसवीर सिंह छाबड़ा, सहित बड़ी संख्या में समाजसेवी एवं जनप्रतिनिधि मौजूद थे।