विक्षिप्त ने मचाया उत्पात, आरपीएफ का पथराव से इनकार

इटारसी। गुरूवार सुबह एक विक्षिप्त युवक ने इटारसी रेलवे जंक्शन पर कोहराम मचाते हुए चार चलती ट्रेनों को रुकवा दिया। युवक गोंडवाना एक्सप्रेस के इंजन पर चढ़कर चलती ट्रेन में खड़ा हो गया। इसे देख स्टेशन पर हड़कंप मच गया। ओएचई लाइन बंद कर युवक को नीचे उतारा। इस कवायद में भुसावल जा रही गोदान, राजधानी एक्सप्रेस, गोरखपुर-बांद्रा एवं गोंडवाना एक्सप्रेस को रोकना पड़ा। गोंडवाना एक्सप्रेस समेत अन्य ट्रेनें इस वजह से देरी से रवाना हुईं। विक्षिप्त की इस हरकत से रेल अधिकारी, आरपीएफ के जवान परेशान हो गए।
गुरूवार सुबह अर्धनग्न हालत में प्लेटफार्म एक पर पहुंचे विक्षिप्त ने प्लेटफार्म एक पर सीएंडडब्लयू कार्यालय के बाहर जाली तोड़ डाली, इसके बाद वह सिग्नल नं. 41 के बॉक्स पर चढ़कर बैठ गया और शोर मचाता रहा। कभी वह जय श्री राम, कभी पाकिस्तान जिंदाबाद तो कभी हिन्दुस्तान जिंदाबाद के नारे लगाता रहा।

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आरपीएफ के जवानों और अन्य लोगों ने सिग्नल पर चढ़े इस विक्षिप्त को खूब पत्थर मारे जिससे वह घायल भी हो गया। विक्षिप्त युवक ने सिग्नल बॉक्स के सर्किट को भी डेमेज करने का प्रयास किया था। जब जवानों और यात्रियों ने कुछ पत्थर फेंके तो सिग्नल बॉक्स की प्लेट तोड़कर युवक ने फेंककर मारी। आरपीएफ के मुताबिक पथराव नहीं किया गय, उसका ध्यान भटकाने के लिए एक दो पत्थर चलाना पड़े, जिससे वह किसी हादसे का शिकार न हो जाए। उत्पात से परेशान यात्रियों ने भी विक्षिप्त को घेर लिया था और उसकी पिटाई कर रही थी, लेकिन आरपीएफ ने उसे सुरक्षित बचा लिया। जख्मी हालत में युवक को काबू कर आरपीएफ उसे मेडीकल कराने अस्पताल ले आई, जहां काफी देर बाद वह नियंत्रित हुआ। उसका पता-ठिकाना नहीं है और पहली बार उसे यहां देखा गया है। आशंका है कि सुबह ही वह किसी ट्रेन से यहां पहुंचा है।
यह विक्षिप्त प्लेटफार्म से जा रही 12419 गोंडवाना एक्सप्रेस के इंजन पर भी चढ़ गया, जब आधी ट्रेन प्लेटफार्म छोड़ चुकी थी तब पॉयलेट को पता चला कि कोई ऊपर बैठा है। घबराए ड्राइवर ने ट्रेन रोकी और आरपीएफ को मेमो दिया। तब तक काफी यात्री बाहर तमाशा देखने जमा हो गए थे। युवक को इंजन से उतरने को कहा गया, लेकिन वह नहीं माना। बाद में दो युवकों को ऊपर भेजा गया। बमुश्किल काबू कर विक्षिप्त को नीचे उतारा। एक बार इंजन से गिरने से उसके सिर में चोट भी लगी। 6:15 बजे रेलवे की ओएचई लाइन बंद की गई थी जिसे 6:27 बजे पुन: चालू किया। विक्षिप्त युवक को उतारने पहले दो सफाईकर्मी इंजन पर चढ़े थे, पहले एक युवक गया तो विक्षिप्त उससे भिड़ गया और ट्रेन के ऊपर ही दोनों गुत्थम गुत्था हो गये। इसके बाद कुछ अन्य युवक चढ़े और युवक की मदद की। विक्षिप्त ने सभी के साथ बुरी तरह झूमाझटकी कर मारपीट की।

इनका कहना है…!
विक्षिप्त युवक ने ट्रेन और सिग्नल पर चढ़कर उत्पात मचाया है। यह गोंडवाना एक्सप्रेस के इंजन पर चढ़ गया था। ड्राइवर ने देखकर हमें सूचना दी। युवक की सुरक्षा के लिए ओएचई बंद कराई गई। उसकी हरकतों से नाराज यात्री उसकी पिटाई कर रहे थे लेकिन आरपीएफ ने उसे बचा लिया। यदि ओएचई की चपेट में आ जाता तो उसकी जान जा सकती थी।
अजीत कुमार, एसआई आरपीएफ

युवक पर किसी तरह का पथराव नहीं किया गया है। दरअसल, उसे डराने के लिए कुछ पत्थर फेंके गए थे। कुछ पत्थर आसपास खड़े यात्रियों ने चलाए, इसमें वह किसी तरह से जख्मी नहीं हुआ। ओएचई बंद कर उसे बचाया गया।
निधि चौकसे, पोस्ट इंचार्ज आरपीएफ

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