छात्राओं को आत्मरक्षा सिखाने दिया जा रहा प्रशिक्षण

छात्राओं को आत्मरक्षा सिखाने दिया जा रहा प्रशिक्षण

इटारसी। शासकीय कन्या महाविद्यालय (Government Girls College) की छात्राओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाने प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उच्च शिक्षा विभाग मध्यप्रदेश के निर्देशानुसार छात्राओं में आत्मरक्षा के गुर का प्रवर्धन विषय पर आज से तीन दिवसीय व्याख्यान एवं प्रशिक्षण शिविर का प्रारंभ हुआ।
प्राचार्य डॉ आर एस मेहरा (Principal Dr R S Mehra) ने रूपरेखा बताते हुए कहा कि विश्व बैंक परियोजना, उच्च शिक्षा गुणवत्ता उन्नयन परियोजना एवं क्वालिटी लर्निंग सेंटर के अंतर्गत आयोजित इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्राओं में प्रशिक्षण के माध्यम से आत्मरक्षा के गुणों को विकसित करना है। विषय विशेषज्ञ के रूप में अंतरराष्ट्रीय कराटे चैंपियनशिप कोच एवं साउथ एशिया कप कराटे चैंपियनशिप की गोल्ड मेडलिस्ट मोना मिश्रा ने छात्राओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाते हुए पंच, किक, ब्लॉक, हाथ छुड़ाना, बाल छुड़ाना आदि की तकनीक से अवगत कराया।
विश्व बैंक परियोजना प्रभारी डॉ कुमकुम जैन ने कहा कि आत्मरक्षा की तकनीकों ओर हिंसा के खतरे के तहत अनुशंसित व्युवहार को व्यवस्थित रूप से समझने आत्मररक्षा का प्रशिक्षण लेना आवश्यक है। डॉ श्रीराम निवारिया ने कहा कि आत्म रक्षा से छात्राएं हर परिस्थिति का हिम्मात एवं कौशल से हर विषम परिस्थितियों से मुकाबला करने में सक्षम हो जाती हैं। इस अवसर पर डॉ हरप्रीत रंधावा कहा कि जिस तरह से समाज में अपराध बढ़ रहे हैं, छात्राओं को आत्मरक्षा में प्रशिक्षण देना अति आवश्यक है।
संचालन कर रहे डॉ शिरीष परसाई (Dr. Shirish Parsai) ने कहा कि आत्मरक्षा की तकनीक से छात्राओं में विकसित अनुशासन एवं आत्मबल जीवन के अन्य सभी क्षेत्रों में काम आता है। कार्यक्रम प्रभारी डॉ संजय आर्य ने आभार व्यक्त करते हुए इस प्रकार के कार्यक्रमों की आवश्यकता को अनिवार्य बताया एवं कहा कि मुसीबत में घबराएं नहीं, बल्कि इनसे डटकर सामना करें। इस अवसर पर डॉ. मुकेश चन्द्र बिष्ट, डॉ. पुनीत सक्सेना, स्नेहांशु सिंह, रविन्द्रु चौरसिया एवं छात्राएं उपस्थित थीं।

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