
कल सिद्धि दात्री की पूजा के साथ गुप्त नवरात्रि का समापन
इटारसी। मां चामुंडा दरबार भोपाल (Bhopal) के पुजारी पं. रामजीवन दुबे (Pt. Ramjivan Dubey) ने बताया कि वर्ष में चार नवरात्रि मनाई जाती हैं । इनमें दो गुप्त नवरात्रि माघ और आषाढ़ में मनाई जाती हैं । वहीं, दूसरी नवरात्रि चैत्र और चौथी नवरात्रि अश्विन में मनाई जाती है।
माघ गुप्त नवरात्रि आज उदया तिथि के कारण रवि योग में समाप्त होगी। गुप्त नवरात्रि में नौ दिनों में दस महाविद्याओं की देवियों की पूजा-उपासना की गई। ऐसी मान्यता है कि गुप्त नवरात्रि में अपनी मनोकामनाएं पूर्ति का उपाय है। व्रत् उपवास के कई कठोर नियम भी हैं। इनका पालन करना अनिवार्य है। उदया तिथि के कारण आज महानंदा नवमी मां दुर्गा की सिद्धिदात्री (Siddhidatri,) स्वरूप की पूजा-पाठ, हवन, आरती, प्रसाद वितरण, कन्या-पूजन, भोजन के साथ समापन होगा।
श्री माता रानी जी कोरोना, बेरोजगारी, महंगाई, आत्महत्या, प्राकृतिक आपदा से रक्षा करें। सिद्धि मंत्रों के साथ मानव सेवा से मिलती है। समापन पर पूजा में शुद्ध घी का चौमक दीपक लगाना न भूलें। मनोकामना पूर्ति का उपाय।