जिस मकान पर हुई थी युवक की मौत, मालिक ने तोडऩा शुरु किया
इटारसी। लगभग एक वर्ष पूर्व एमजीएम कॉलेज चौराहा (MGM College Chauraha) से सूरजगंज रोड पर प्रधानमंत्री आवास निर्माण (prime minister housing construction) के दौरान एक युवक की मौत के लगभग एक वर्ष बाद मकान का वह हिस्सा मकान मालिक ने तोड़ लिया, जिसकी शिकायत कलेक्टर को की गई थी। यहां 18 अक्टूबर 2020 को मोहल्ले के ही एक युवक की 11 केवी लाइन की चपेट में आने से मौत हो गयी थी। युवक के पिता ने उस वक्त यहां बन रहे सभी मकानों को पट्टे से तीन से चार गुना अधिक जगह पर बनने की शिकायत की थी। स्थानीय प्रशासन ने उस वक्त कुछ नहीं किया और दर्जनों मकान नजूल पट्टों से तीन गुना अधिक भूमि पर कब्जा करके बना लिये गये। ऐसे ही एक मकान में छत पर युवक शिवा धौलपुरिया की मौत हो गयी थी। तहसीलदार ने करीब एक सप्ताह पूर्व मकान मालिक नारायण वल्द इमरत को नोटिस दिया था और आज मकान मालिक नारायण वल्द इमरत ने सामने का हिस्सा तोडऩा प्रारंभ कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि 18 अक्टूबर 2020 रविवार को दोपहर बांस डिपो सूरजगंज रोड पर एक युवक की करंट की चपेट में आने से मौत हो गई थी। मामले में जांच के बाद पुलिस प्रकरण कायम किया था। शिवा पुत्र देवानंद धौलपुरिया का पीएम आवास योजना में मकान की छत बनने के बाद छत देखने ऊपर चढ़ा और बिजली के करंट की चपेट में आ गया था। युवक को गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया था। जहां चिकित्सकों ने परीक्षण के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।
युवक के पिता ने की थी शिकायत
युवक शिवा के पिता देवानंद धौलपुरिया ने उस वक्त कलेक्टर, एसडीएम, तहसीलदार सहित अनेक जगह शिकायत करके बताया था कि सूरजगंज रोड पर दर्जनों मकान नजूल के पट्टों से अधिक भूमि पर कब्जा करके बनाये जा रहे हैं और जिस मकान में दुर्घटना हुई वहां भी कब्जा है। शिकायत पर अन्य मकान मालिकों को तो प्रशासन से देखना भी उचित नहीं समझा अलबत्ता जहां दुर्घटना हुई उस मकान मालिक को करीब एक सप्ताह पूर्व तहसीलदार कार्यालय से नोटिस दिया गया था जिसमें कहा गया था कि भूमि शीट नंबर 8, प्लाट नंबर 5/1 में से 462 वर्गफुट भूमि से अतिक्रमण हटाया जाए अन्यािा राजस्व दल उक्त अतिक्रमण को हटाकर संपूर्ण खर्च आपसे वसूलेगा। तहसीलदार की ओर से सीएमओ नगर पालिका (CMO Municipality) को जेसीबी अमला सहित देने और टीआई को पुलिस बल देने के लिए कहा गया था। नोटिस के बाद आखिरकार मकान मालिक ने आज रविवार से मकान के सामने का हिस्सा तोडऩा प्रारंभ कर दिया है। देखना यह है कि प्रशासन इस रोड के अन्य ऐसे ही मकान मालिकों के प्रति क्या रुख अपनाता है? क्या इस मकान मालिक के इस कदम के बाद प्रशासन आगे बढ़ता है या मामला पिछले एक वर्ष की तरह ठंडे बस्ते में डाल देता है। क्योंकि यहां दर्जनों मकान ऐसे बने हैं जो पट्टे की भूमि से तीन गुना तक अधिक आगे बढ़ाकर बनाये हैं और इस मुख्य मार्ग पर जाम की स्थिति पैदा करते हैं।