जरा सी बूंदों ने हिला दी बिजली की व्यवस्था

जरा सी बूंदों ने हिला दी बिजली की व्यवस्था

इटारसी। लगातार दो दिन से शहर बिजली व्यवस्था की नाकामी को भोग रहा है। जरा सी हवा और कुछ बूंदें बरसने से ही सारी व्यवस्था हिल जाती है। गुरुवार को आधा शहर और शुक्रवार को लगभग सारा शहर रात में लंबे समय तक बिना बिजली के रहा। हालांकि विभाग सहायक यंत्री (Assistant Engineer) डेलन पटेल सोशल मीडिया (Social Media) के जरिये लोगों को अपडेट (Update) देते रहे और लोगों के सवालों का जवाब भी बखूबी देकर तसल्ली देते रहे। यह सही तरीका है, आमजन को जवाब चाहिए जो वर्तमान के अधिकारियों से मिल रहा है जिससे जनता में नाराजी कम होती है।
शनिवार की अलसुबह थोड़ी देर की बारिश ने बिजली व्यवस्था हिलाकर रख दी। गरज-चमक के साथ पड़ी बौछारों के बाद बिजली का फाल्ट (Fault) हो गया। बिजली गुल होते ही लोगों ने बिजली विभाग को कोसना प्रारंभ कर दिया। सोशल मीडिया पर तरह-तरह के सवाल दागे जाने लगे, जिनके जवाब भी अलर्ट रहने वाले सहायक यंत्री डेलन पटेल ने दिया। उन्होंने बताया कि फाल्ट हुआ है, लाइनमेन (Lineman) फाल्ट की तलाश में निकल गये हैं। उन्होंने हमेशा की तरह सोशल मीडिया पर आमजन से ही सवाल किया कि कहीं कोई जोर से आवाज आयी हो, या स्पार्किंग (Sparking)दिखी हो तो बताएं ताकि तत्काल पहुंचकर उसे दुरुस्त किया जा सके। हालांकि इसका जवाब नहीं आया।

यहां हुआ था 33 केवी में फाल्ट

एई डेलन पटेल ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि 33 केवी बूढ़ी माता (33 KV Budhi Mata) में फाल्ट हुआ है। फाल्ट देखने लाइनमेन निकले हैं, टाइम लगेगा, लाइट आने में। इससे न्यास सब स्टेशन (Sub Station) बंद है, अभी फाल्ट की जानकारी नहीं है, जैसे ही पता चलेगा, कितना वक्त लगेगा, बता देंगे। पता चला कि सुबह करीब 4 बजे 33 केवी में खेड़ा पेट्रोल पंप (Kheda Petrol Pump) के पास फाल्ट हुआ था। इसके अलावा पुरानी इटारसी में भी फाल्ट था, वहां भी लाइट गुल रही। एई डेलन पटेल लगातार अपडेट देते रहे। सुबह फाल्ट मिला फिर सुधार कार्य प्रारंभ किया। बताया गया कि डिस्क पंक्चर (Disc Puncture) हुई थी।

सवालों के जवाब भी दिये

सोशल मीडिया पर एक सवाल आया कि रोज-रोज फाल्ट हो रहे हैं, मेंटेनेंस (Maintenance) के नाम पर छह-छह घंटे लाइट काटते हैं, फिर भी फाल्ट होते हैं, ये तो मेंटेनेंस के नाम से धोखा है। जवाब दिया एई श्री पटेल ने, कि ट्री कटिंग की जाती है, बारिश में इंसुलेटर  बर्स्ट  (Insulator Burst) होते हैं, वो किसी के हाथ में नहीं। श्री पटेल का कहना था कि बारिश के प्रारंभिक दौर में इस तरह से फाल्ट होना आम बात है। प्रारंभिक दौर में जितने भी कमजोर उपकरण होते हैं, खराब होते हैं, उनको तत्काल बदल दिया जाता है। यह सिलसिला बारिश के प्रारंभिक एक हफ्ते या दस दिन तक चलते हैं, फिर सामान्य स्थिति हो जाती है।

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AUTHORRohit

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