जबलपुर, 19 सितंबर (हि.स.)। नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण (Narmada Valley Development Authority) की योजना के तहत बरगी बांध (Bargi Dam) से लेकर रीवा (Rewa) तक नर्मदा (Narmada) का जल पहुंचाने के लिए चल रही देश की सबसे लंबी टनल परियोजना योजना में हो रही देरी को लेकर एक जनहित याचिका मप्र हाईकोर्ट (Madhya Pradesh High Court) में लगाई गई है।
इसको लेकर राज्य सरकार से स्टेटस रिपोर्ट तलब की है। इस परियोजना का कार्य 13 साल देरी से चल रही है। याचिका में यह भी कहा गया है कि टनल से संबंधित अन्य दूसरे कार्य भी इसी टेंडर की प्रक्रिया के तहत होने थे लेकिन उन कार्यों के लिए भी अलग से टेंडर जारी कर लम्बी रकम जारी कर ली गई लेकिन टनल अधूरी है।
उल्लेखनीय है जबलपुर (Jabalpur) के सिहोरा (Sihora) से 11953 मीटर लंबी सुरंग का निर्माण कार्य का टेंडर साल 2008 में हुआ था जिसे 40 महीने में पूरा हो जाना था, लेकिन 13 साल बीत जाने के बाद भी ये योजना अधर में है। यही वजह है की याचिका में कहां गया है कि 800 करोड रुपए की लागत से बनने वाली योजना को 13 साल भी जाने के बाद भी पूरा नहीं किया।
यही योजना की राशि 800 करोड़ से रुपए से बढ़कर साढ़े 1400 करोड रुपए खर्च हो चुके हैं। लेकिन अब तक योजना अधर में लटकी पड़ी है। याचिका की सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट ने मध्य प्रदेश सरकार (Government of Madhya Pradesh) से इस परियोजना की स्टेटस रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं। जिसके तहत बार-बार टेंडर में दिया गया एक्सटेंशन और इसकी विस्तृत जानकारी भी तलब की है।