झरोखा : पांव पांव मामा से,बुलडोजर मामा तक

पंकज पटेरिया :
शकुनी मामा यानि धृतराष्ट्र का साला, कौरवों का मामा और कंस भगवान कृष्ण का मामा। कुटिलऔर खुराफाती मामा के चरित्र के रूप में यह पौराणिक मामा जब तक बतौर मिसाल स्मरण किए जाते हैं। लेकिन आज आजाद भारत में लोकतंत्र युग में एक मामा का चरित्र या नायक ऐसा है जो घर-घर में और हर शख्स की होठों पर प्यार और आदर पाता है। जबकि सियासत में ऐसे नायक चरित्र बमुश्किल मिलते हैं, लेकिन इधर सूबे के लोकप्रिय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इन चरित्र को ईमानदारी जीते हुए जन मन के मन में आत्मीय छवि बनाई है।
अपने गृह क्षेत्र नर्मदाअंचल में भैया या भाई साहब से पुकारे जाने वाले मध्यप्रदेश के 4 बार सीएम का ताज अपने शीश पर सुशोभित करने वाले शिवराज सिंह चौहान एक ऐसे राजनेता हैं जिन्होंने पांव पांव वाले मामा से लेकर अब बुलडोजर वाले मामा के रूप में लोगों के दिलों दिमाग में सम्मान के साथ अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने इन संबोधन को हृदय से निभाया और संबंध को गरिमा प्रदान की।
पांव पांव मामा के रूप में उन्होंने पैदल यात्रा कर हर घर की देहरी पर दस्तक दी। श्रवण कुमार चरित्र को जी कर तीर्थ योजना बनाई तथा संध्या के दीप ऐसे बुजुर्ग जिन्होंने तीर्थ दर्शन की आशा ही छोड़ दी थी, उन्हें तीर्थ योजना के तहत निशुल्क और भोजन से लेकर चिकित्सा तक सारी सुविधा देकर देश के विभिन्न पावन तीर्थों के दर्शन कराएं। मैंने अपने एक सर्वे में जो दूरदर्शन पर प्रसारित नर्मदा सेवा यात्रा के समय एक बातचीत में उल्लेखित है कि किस तरह बुजुर्ग लोगों ने शिवराज जी को दिल खोलकर इस यात्रा के लिए आशीर्वाद दिया है।
वास्तव में कलयुग में श्रवण कुमार की भूमिका का निर्वाह कर पुण्य अर्जन किया है। इस दौर में करोना काल व्यवस्था में कठोर प्रशासक पीड़ित मानवता के सहृदय पक्षकार बनकर उन्होंने मुखिया के नाते जो अपनी भूमिका अदा की वह कभी नहीं भुलाई जा सकती। फिर उसके बाद आया टाइगर। सामने थी बड़ी कठिन चुनौतियां जिसका मुकाबला उन्होंने सिंह गर्जना से किया और टाइगर वाली छवि कायम थी।
अपने जारी कार्यकाल में उन्होंने बुलडोजर मामा के रूप में एक नया अवतार लिया। गुंडागर्दी, ड्रग, माफिया, लव जिहाद, बलात्कार अपराधियों के किले ध्वस्त कर बुलडोजर मामा के रूप में लोकप्रियता का शानदार रिकॉर्ड कायम किया। आज हमारे सीएम डायरेक्ट डायलॉग डिलीवरी के जरिए जनता जनार्दन से सीधे चाहे जहां पहुंचकर बात करते हैं।
जनहितकारी योजना का सपाट पर ही जायजा लेकर मैदान पर ही सजा या इनाम आनन फानन देते हैं। सीएम के इस निराले अंदाज से उनकी लोकप्रियता का ग्राफ आसमान छू रहा है। और वे जनता मुख्यमंत्री के रूप में अपनी शानदार पारी अदा कर रहे हैं।
नर्मदे हर

pankaj pateriya

पंकज पटेरिया
पत्रकार साहित्यकार
ज्योतिष सलाहकार
9340244352 ,9407505651

CATEGORIES
Share This
error: Content is protected !!