इटारसी। बैतूल में आदिवासियों से मारपीट के विरोध में आज केसला के आदिवासी संगठनों ने राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन तहसीलदार को दिया। बैतूल में आदिवासी युवा के साथ नग्न कर उल्टा लटकाकर व मुर्गा बनाकर मारपीट करने के विरोध में राष्ट्रपति एवं राज्यपाल के नाम तहसीलदार नीरू जैन को ज्ञापन दिया।
उल्लेखनीय है कि बैतूल में दो घटनाएं हुईं और दोनों में आदिवासी युवाओं की बेरहमी से पिटाई की गयी। इसके विरोध में आज केसला बगीचे में लगभग 1 दर्जन गांव के ग्रामीण एकत्र हुए और रैली निकाल कर नारे लगाते हुए ब्लॉक केसला मुख्यालय पहुंचे। यहां तहसीलदार श्रीमती नीरू जैन को ज्ञापन दिया। इस दौरान दुर्गेश धुर्वे ने कहा प्रतिदिन प्रदेश भर में आदिवासियों पर अत्याचार बढ़ रहा है, परंतु दोषियों पर उचित कार्यवाही न करते हुए सिर्फ अधिकारियों को इधर से उधर ट्रांसफर किए जा रहे हैं। फागराम ने कहा कि आदिवासी क्रांतिकारियों के फोटो पर माल्यार्पण करते है, लेकिन आदिवासियों के साथ क्रूर व्यवहार किया जाता है।
इस दौरान हमारा गांव संगठन के प्रदेश संयोजक दुर्गेश धुर्वे, आदिवासी किसान संगठन के फागराम, आदिवासी तिलक सिंदूर सेवा समिति अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद नागले, सरपंच अमरनाथ कलमे, कपिल खण्डेलवार, अर्चनाबाई, गुलियाबाई, सुनीता, रामविलास उईके, आकाश कुशराम, सुमित शीलू, उपसरपंच होतीलाल भुसारे, ईश्वरदास, सरवन सिंह मवासे, अनूपसिंह नागले, बरतीलाल नागले, सुनील कलमे, चतरसिंह कासदे, लालदास कलमे, गोलू बेठे, कालूराम शीलू, सुरेशसिंह अटकोम एवं केसला के लगभग 1 दर्जन गांव के लोग उपस्थित रहे।