क्रांतिकारी किसान मजदूर संगठन की बैठक में वक्ताओं के विचार
केन्द्र के तीनों अध्यादेश किसान विरोधी
इटारसी। क्रांतिकारी किसान मजदूर संगठन जिला होशंगाबाद की बैठक में केंद्र सरकार द्वारा लाये तीन अध्यादेशों को किसान विरोधी बताते हुए उसके विरोध में आंदोलन की रणनीति तैयार की। संगठन ने सितंबर में बड़ा आंदोलन करेगा। किसानों का कहना है कि यदि यह अध्यादेश वापस नहीं लिया तो उग्र आंदोलन होगा।
बैठक में विचार सामने आये कि मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार में समस्त किसानों के 200000 तक का कर्ज माफ करने की बात कही गई थी, परंतु अल्प समय में रहते हुए वर्तमान सरकार ने उसको गिरा दिया जिसकी संपूर्ण जवाबदारी वर्तमान सरकार की है, वह किसानों का कर्ज माफ करे। इसी तरह से आईसीआई बैंक द्वारा जो किसानों के पैसा का गबन हुआ उन्हें अति शीघ्र किसानों के पैसे बैंक के द्वारा दिलाया जाए, रेलवे ने जिन किसानों की भूमि अधिग्रहण की, उनके परिवार से एक व्यक्ति को नौकरी दी जाए।
बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष लीलाधर सिंह राजपूत, प्रदेश संगठन मंत्री बृजमोहन पटेल, प्रदेश प्रवक्ता संतोष नागर, प्राकृतिक प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष मानसिंह गुर्जर, जिलाध्यक्ष हरपाल सिंह सोलंकी, तहसील अध्यक्ष बृजेश चौबे, जिला उपाध्यक्ष मनोज पटेल, प्रमोद पटेल, जिला प्रवक्ता प्रमोद यदुवंशी, मालवा ब्लॉक अध्यक्ष संतोष पटेल, केसला ब्लाक अध्यक्ष गौरव मालवीय, देवेंद्र पटेल, प्रदीप पटेल, सतीश यादव, वीरेंद्र यादव, मुकेश प्रजापति, रामकृष्ण डिगोदिया सहित करीब 400 किसानों में भाग लिया।