इटारसी। ग्रीष्मकालीन अवकाश में जहां बच्चे सुबह कई जगह मैदानों में जाकर विभिन्न खेल सीख रहे हैं, वहीं खेड़ा स्थित श्रीमंत राजमाता सिंधिया खेल प्रशाल में तीन दिन से गेट नहीं खुलने से न सिर्फ फुटबाल सीखने आने वाले बच्चे परेशान हैं, बल्कि सैर पर आने वाले बुजुर्ग, युवा और अन्य नागरिक परेशान हैं। यहां पदस्थ चौकीदार ने तीन दिन से गेट नहीं खोला है। बावजूद इसके खेल विभाग को इसकी कोई जानकारी नहीं है।
जिला खेल अधिकारी उमा पटेल से जब इस संबंध में बात की तो उनका जवाब था कि मैं पता कराती हूं, क्या कारण है। खिलाडिय़ों ने बताया कि खेल एवं युवा कल्याण विभाग के अंतर्गत आने वाले इस स्टेडियम में चौकीदार सहित तीन लोग पदस्थ हैं, लेकिन चौकीदार हर रोज गेट खोलता और बंद करता है, विगत तीन दिन से यहां का ताला नहीं खुला है, जिससे खिलाड़ी, बच्चे एवं बुजुर्ग परेशान हो रहे हैं। कुछ बच्चे किसी तरह से गेट पर चढ़कर दूसरी तरफ कूद रहे हैं और घायल भी हो रहे हैं ,जबकि बच्चियां सबसे अधिक परेशान हैं, वे गेट पर चढ़कर दूसरी तरफ जाने का जोखिम उठा रही हैं।
इस मामले में फुटबाल संघ के सत्यम अग्रवाल का कहना है कि उनको भी तीन दिन से हर रोज गेट नहीं खुलने पर फोन कॉल्स आ रहे हैं, यहां पदस्थ चौकीदार रोज सुबह ताला खोलता और शाम को बंद करता है, लेकिन पिछले तीन दिन से यहां के गेट का ताला नहीं खुला है। न तो हमारे फुटबाल सीखने आने वाले बच्चे खेल पा रहे हैं और ना ही यहां घूमने आने वालों को लाभ मिल पा रहा है, जबकि शहर के अन्य मैदानों पर विभिन्न खेलों के प्रशिक्षण शिविर चल रहे हैं।