इटारसी। नगरीय क्षेत्र की पंद्रह मदिरा दुकानों ( Liquor shops, , municipality, black marketing,) पर तालाबंदी (lockout) कर दी गई है। अब 8 जुलाई के बाद ही मदिरा प्रेमियों को इन दुकानों से शराब मिल सकेगी, इसके पहले दुकानों से शराब नहीं खरीदी जा सकेगी। आबकारी विभाग ने बताया कि चुनावों के मद्देनजर विभाग ने यह कार्रवाई की है। जिलेभर की शराब दुकानों को नगर पालिका (municipality) और पंचायत चुनावों को देखते हुए सील किया है।
नगरीय निकाय चुनाव 6 जुलाई और पंचायत चुनाव 8 जुलाई को होगा। चुनावों में शांति व्यवस्था के लिए शराब दुकानों को बंद किया जाता है। इसी कड़ी में आज नगरीय निकाय सीमा और पंचायत सीमा की शराब दुकान सीमा से 3 किलोमीटर की दूरी तक नहीं खोली जाएंगी। यह मतदान समाप्त होने के समय से 48 घंटे पूर्व बंद रहेंगी तथा इस अवधि में शराब का क्रय विक्रय पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा।
पहले ही कर लेते हैं संग्रह
सुरा प्रेमियों को पता होता है कि चुनाव के वक्त 48 घंटे पहले शराब की दुकानें बंद करा दी जाती हैं। अत: उनके शौक में कोई आधा न आये, इसके लिए वे पहले ही अगले चार से पांच दिन का स्टॉक जमा कर लेते हैं। इसके अलावा शराब बांटने की भी खबरें होती हैं, तो कई सुरा प्रेमी तो प्रत्याशियों के इर्दगिर्द इसलिए भी चक्कर काटते हैं कि शायद यहां से उनको शराब मिल जाए।
अवैध शराब होती है सहारा
जब सरकारी शराब दुकानें बंद हो जाती हैं, तो फिर सुरा प्रेमियों का बड़ा सहारा अवैध शराब ही होती हैं। दुकानें भले ही सील हो जाएं, कई दुकानदार इनकी अवैध बिक्री की मंशा से पहले ही घर में या अन्य गुप्त ठिकानों पर इसका संग्रह करके रखते हैं और फिर आपात स्थिति का फायदा उठाकर कालाबाजारी (black marketing) में महंगे दामों पर बेचकर वैध बिक्री से अधिक मुनाफा कमा लेते हैं।