मैडम पहली बार विजिट पर आयीं, ऐसे सवाल नहीं करो

मैडम पहली बार विजिट पर आयीं, ऐसे सवाल नहीं करो

इटारसी। मैडम पहली बार जिले की विजिट पर आयी हैं, आप ऐसे सवाल मत करो। ये शब्द थे, जिला पंचायत सीईओ और यहां कोविड के नोडल अधिकारी के। उन्होंने ये शब्द तब कहे, जब जिले की कोविड जिला प्रभारी स्वाति मीणा (Covid District Incharge Swati Meena) सिविल अस्पताल की विजिट पर आयीं थी और पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहीं थीं। जब उनसे पूछा गया कि इतनी मौतें हो रहीं हैं, लेकिन जिला हेल्थ बुलेटिन में उनका जिक्र ही नहीं हो रहा है तो वे बोलीं कि मैं फेक्ट पर और जिला प्रशासन के आंकड़ों पर ही बात करुंगी। जब उनको कहा कि जहां एक वर्ष में दो सौ मौत नहीं होती हैं, इस एक माह में साढ़े तीन सौ मौत हो गयीं, तो तत्काल जिला पंचायत सीईओ मनोज सरियाम (District Panchayat CEO Manoj Sariyam) बोले कि मैडम पहली बार विजिट पर आयी हैं, इस तरह के सवाल नहीं करो।

व्यवस्थाओं की सराहना कर गयीं प्रभारी
जहां कोविड महामारी के इस भीषण दौर में संसाधनों की कमी महसूस की जा रही है, वहां जिला प्रभारी स्वाति मीणा जिला प्रशासन को अपनी ओर से अच्छे नंबर दे गयीं। उन्होंने कहा कि वे जिला प्रभारी की हैसियत से आयी हैं। पवारखेड़ा का कोविड केयर सेंटर (Covid Care Center) देखा जहां इतनी त्वरित गति से सौ बिस्तरों का एक अस्पताल तैयार हो गया। वहां ऑक्सीजन की व्यवस्था और सारी व्यवस्थाएं हुईं यह बहुत बड़ी बात है।

बेहतर तरीके से हो रहा काम
जिला प्रभारी अधिकारी ने कहा कि यहां ओपीडी देखी है। यहां कोविड केयर और आईसोलेशन के पूरे 78 बेड फुल हैं। हम माइल्ड केसेस को दोनों तरह से निबटा रहे हैं। उनको यहां सेंटर पर भी उपचार दिया जा रहा है तो होम आईसोलेशन (Home Isolation) में भी उपचार दिया जा रहा है। गांवों में ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के माध्यम से बहत अच्छे से इसे संभाल रहे हैं।

निजी अस्पताल दे रहे संक्रमित बॉडी
जिला प्रभारी अधिकारी स्वाति मीणा के समक्ष मीडिया ने एक मामला यह भी उठाया कि कुछ निजी अस्पताल कोविड संक्रमित मरीजों की बॉडी उनके परिजनों को ही दे रहे हैं, जब घर में एक दिन बॉडी रहती है, तो परिवार के और लोगों के संक्रमित होने का खतरा रहता है। ऐसे में कोरोना की चेन कैसे तोड़ पाएंगे? जवाब मिला जिला अधिकारियों से कहकर ऐसी निजी अस्पतालों पर कार्रवाई कराएंगे।

समय साथ खड़े होने का है
जब पत्रकारों के सवाल तीखे होने लगे तो जिला प्रभारी अधिकारी ने कहा कि यह समय शिकवा-शिकायतों का नहीं, बल्कि सबके साथ खड़े होकर परेशानी से मुकाबला करने का है। सबको साथ खड़े होना होगा, मीडिया की भूमिका भी महत्वपूर्ण है। हम सब साथ मिलकर इसके खिलाफ खड़े होंगे तो सुधार होगा। कुछ सफलता मिल रही है और अगले पंद्रह दिन में काफी बदलाव भी दिखाई देने लगेगा।

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