इटारसी। मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद के तत्वावधान में मराठी साहित्य अकादमी द्वारा महाराष्ट्र मंडल, इटारसी के सहयोग से सरला मंगल भवन में व्याख्यान और कीर्तन का आयोजन किया। महाराष्ट्र मंडल इटारसी के अध्यक्ष विक्रम डोंगरे ने बताया कि मराठी साहित्य परिषद द्वारा ‘संत परंपरा के प्रतीक समर्थ रामदास’ विषय पर जबलपुर से पधारे अभय गोरे का प्रेरणादायक व्याख्यान हुआ।
उन्होंने देश में संत परंपरा, आचार्य परंपरा, गुरु परंपरा के महत्व को प्रतिपादित करते हुए भारतीय इतिहास में समर्थ रामदास के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने शिवाजी के उत्थान में समर्थ रामदास द्वारा लाये गये परिवर्तनों और उनकी साधना का उल्लेख करते हुए बताया कि हमारे भगवानों की मराठी की सभी आरतियां रामदास रचित हैं। इस अवसर पर वाशिम से आये कीर्तनकार पंकज महाराज पवार और साथियों के कीर्तन ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस कार्यक्रम में मराठी साहित्य परिषद के निदेशक संतोष गोडबोले, गजानन बोरीकर, रवि सावदकर, म्हस्की काका, रविराज ईखनकर, दत्ता कुलकर्णी, वैभव डोंगरे, सुधीर मोने, सुनील औरंगाबादकर, अरविन्द बारपांडे सहित अनेक लोग उपस्थित थे।