मानव जीवन की ग्रह दशा को मंगलमय बनाते हैं मंगल मूर्ति हनुमान जी महाराज
इटारसी। मानव जीवन की प्रतिकूल ग्रह दशा को अनुकूलता में परिवर्तित करने का कार्य सरलता से अगर कोई देव शक्ति करती है, तो वह है, मंगल मूर्ति श्री हनुमान जी महाराज। इनकी कृपा से जीवन की सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं।
उक्त उद्गार संत श्री महावीर दास ब्रह्मचारी ने ग्राम सोनतलाई में व्यक्त किए जारी श्री शतचंडी महायज्ञ एवं श्रीराम कथा प्रवचन समारोह में उपस्थित आज मंगलवार को महावीर श्री हनुमान जी महाराज की महिमा का भक्ति में वर्णन करते हुए व्यक्त किये। महंत श्री ब्रह्मचारी जी ने कहा कि मंगल मूर्ति मारुति नंदन। सकल अमंगल मूल निकंदन।। अर्थात मानव जीवन में मंगल करना और अमंगल को दूर कर देने का कार्य श्री राम की कृपा से मारुति नंदन श्री हनुमान जी ही करते हैं।
इसी प्रसंग को विस्तार देते हुए गाजीपुर के श्री राम कथा प्रवक्ता आचार्य अखिलेश उपाध्याय ने कहा कि जीवन में मंगल तो सभी चाहते हैं लेकिन मंगल रुपी ग्रह दशा किसी न किसी प्रकार से जीवन में बाधा उत्पन्न करती है जिसे दूर करने की एकमात्र सिद्धि किसी के पास है तो वह है मारुति नंदन हनुमान जी। मानस मर्मज्ञ कंचन दुबे ने कहा कि अष्ट सिद्धि नव निधि के दाता हनुमान जी को इस नाम से भी जाना जाता है क्योंकि उनके पास संसार की सभी सिद्धियां मौजूद हैं इसलिए सप्ताह के सातों दिन उनकी आराधना हम जनमानस को करना चाहिए और अगर 7 दिन नहीं हो सके तो मंगलवार और शनिवार को इन 2 दिनों में भी अगर हम विधि विधान से उनका स्मरण करें तो जीवन के सभी संकट दूर हो जाते हैं।
राघवेंद्र रामायणी ने कहा कि श्रद्धा पूर्वक हनुमान जी की सेवा करने से प्रभु श्रीराम की कृपा भी अपने आप प्राप्त हो जाती है इस प्रकार सभी प्रवचन कर्ताओं ने मंगलवार को मंगल मूर्ति हनुमान जी महाराज की महिमा श्रोताओं के समक्ष भक्ति भाव के साथ प्रतिपादित की चैत्र नवरात्र के अवसर पर ग्राम सोनतलाई में आयोजित इस धार्मिक अनुष्ठान के साथ ही मनोरंजक मेला भी आयोजित किया गया है और ग्रामीण हाट बाजार भी कार्यक्रम स्थल के पास ग्रामीण जनों की सुविधा के लिए लगाया गया है क्योंकि इस कार्यक्रम में तवा कछार के दर्जनों गांव के ग्रामीण जन पहुंचते हैं।