– राजधानी से पंकज पटेरिया :
सूबे की राजधानी का सियासती सीना इन दिनों बेहद गमगीन और भरा भरा है। यू भी कह सकते है कि जख्मी है और सियासती मंजर का चेहरा सर्द जर्द बेहद उदास है। इस हालत पर यह शेर बहुत मोजु लगता है। सीना हो जख्मी ज़ख्मी तो ढलते है कैसे गीत, फुरसत कभी मिले तो बांसुरी से पूछिए।
दरअसल जिला पंचायत चुनाव की लोकत्रंत की पावन बेला में राजनीति का जो कैनवास था, उस पर बेहद हताशा, खीज, निराशा, कुंठा और अशोभन आचरण के जो स्याह, काले रंग छिटके,उस से लोकतंत्र की गरिमा आहत हुई है। वहीँ सूबे की उजली शक्ल भी शर्मसार हुई है। इस पर यही कहा जा सकता है गांधी के देश मे असहमति और विरोध जताने के यह तरीके भारतीय संस्कृति परंपरा का भी अपमान करते हैं। जन खबरों से अखबार रंगे, चैनल सराबोर हुई उनसे क्या आम लोगो ने वाह वाही के फूल बरसाए होंगे? या कुछ और सोच कर ही दुख से चित्त खिन्न हो जाता है।
घर घर तिरंगा फहरेगा
भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आव्हान पर घर घर तिरंगा फहराये जाने को लेकर राजधानी सहित पूरे प्रदेश में हर्षोल्लास का वातावरण है। जिस दिन से विजयी विश्व तिरंगा प्यारा घर-घर फहराया जाएगा उसकी कल्पना मात्र से आज जनजीवन रोमांचित है।
जीज्जी की चौपाल
जहां महिलाओं को दिक्कत है वहा शराब दुकान हटाई जाएगी, प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी चौहान ने वाणिज्य कर विभाग की बैठक में यह संकेत दिया है। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट रूप से कहा है कि प्रदेश में अवैध शराब नहीं बिकना चाहिए। जन भावनाओं का आदर आवश्यक है। वही नशा मुक्त भारत अभियान में प्रदेश ने देश में पहला स्थान प्राप्त किया है और जिलों की श्रेणी में दतिया जिला को चंडीगढ़ में आयोजित ड्रग तस्करी एवं राष्ट्रीय सुरक्षा सम्मेलन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एवं सामाजिक न्याय एवं सहकारिता मंत्री वीरेंद्र खटीक ने इस प्रसंग में सामाजिक न्याय एवं निशक्तजन कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव प्रतीक हजेला को पुरस्कृत किया। जाहिर है, मुख्यमंत्री के इस निर्णय और निर्देश से पूर्व मुख्यमंत्री साध्वी उमा भारती और हम सब लोगों की आदरणीय जीजी को अब शराब दुकान के विरोध में चौपाल लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
देश की महान विरासत का जय घोष
पत्रिका में प्रकाशित भारतीय संविधान देश की महान सांस्कृतिक विरासत का जयघोष, इस शीर्षक से सुप्रसिद्ध पत्रकार पद्मश्री विजय दत्त श्रीधर ने अपने एक अत्यंत तथ्यपूर्ण और विचारोत्तेजक लेख में कहा है आधुनिक शिक्षा विज्ञापनों से चलती हैं, मोटी फीस लिए बिना ज्ञान का दरवाजा खोलना स्वीकार नहीं। आवश्यकता है कि आधुनिकता के फेर में मूल मानवीय भावना के अनदेखी ना हो, नया ज्ञान विज्ञान स्वीकार कर अपनी संस्कृति पर गर्व करें और मन वचन कर्म से उसका अनुसरण करें। लेख में व्यक्त इस नवनीत निष्कर्ष की प्रबुद्ध वर्ग में खासी सराहना की जा रही है।
थैंक्स डी जी पी सर, थैंक्स राज धानी पुलिस
सूबे में पहली बार पुलिस अपने मुखिया डीजी पी सुधीर सक्सेना की अगुआई में आरक्षक स्तर तक के पुलिसकर्मियों ने राजधानी के छह थाना क्षेत्रों में पैदल गस्त की। आम जनता में सुरक्षा की भावना का संदेश देने के लिए मध्य प्रदेश पुलिस ने यह पहल की। उनके साथ एडिशनल पुलिस कमिश्नर सचिन अतुलकर जॉन 3 के डीएसपी रियाज इकबाल सहित अन्य पुलिस अफसर शामिल थे। जनसाधारण को सुरक्षा संदेश देने के लिए की गई इस पहल की खासी सराहना की जा रही है। उम्मीद है प्रदेश केअन्य जिलों में इसका अनुकरण किया जाएगा।
मुझे याद है आईपीएस अधिकारी श्रीमती अनुराधा शंकर जब दो दशक पहले नर्मदा पुरम की एसपी थी, तब उन्होंने जनहित में ऐसी ही पहल की थी। वे नशाखोरी आदि पुलिसकर्मियों की पत्नियों की सुनवाई करती थी पहले पुलिसकर्मियों को नशा न करने की हिदायत देती थी और फिर आधा वेतन सीधे उनकी पत्नियों को प्रदान करती थी। बहरहाल डी बीजेपी सक्सेना साहब ने अपने कार्यकाल में ऐसे कई स्वर्णिम कीर्तिमान स्थापित किए हैं लिहाजा बेशक वे हार्दिक बधाई के हकदार हैं।
उपनिषद में संपूर्ण वेदांत का सार
राजधानी में चल रहे आचार्य सांस्कृतिक एकता न्यास द्वारा आयोजित शंकर व्याख्यानमाला के तहत ईशा वास्यमैदमसवर्म विषय की व्याख्यान करते हुए समदर्शन आश्रम गांधीनगर कि आचार्य स्वामिनी सरस्वती जी ने कहा उपनिषद केवल 18 मंत्रों का है और इसमें संपूर्ण वेदांत का सार है। उन्होंने कहा उपनिषद का अर्थ होता है ब्रह्मविद्या या उसके प्रतिपादन करने वाले ग्रंथ। विदुषी स्वामिनी जी ने कहा हमारी हिंदू संस्कृति सर्वत्र ईश्वर का दर्शन करती है नदी पर्वत वृक्ष बन आदि ईश्वर दर्शन ही है।
अस्तु नर्मदे हर।
पंकज पटेरिया
वरिष्ठ पत्रकार साहित्यकार
ज्योतिष सलाहकार, भोपाल
9340244352 ,9407505651