इटारसी। मानसरोवर साहित्य समिति के तत्वावधान में वसंत पंचमी के अवसर पर संस्था ने कविता की एक शाम का आयोजन किया। ईश्वर रेस्टोरेंट में वरिष्ठ साहित्यकार टीआर चोलकर की अध्यक्षता में किया। कार्यक्रम में एनएमव्ही कॉलेज नर्मदापुरम् की प्रभारी प्राचार्य एवं शिक्षाविद् प्रो डॉ अमिता जोशी मुख्य अतिथि थीं। अतिथियों ने मां सरस्वती के समक्ष द्वीप प्रज्वलन के साथ हुआ। मानसरोवर साहित्य समिति के अध्यक्ष राजेश दुबे ने अपने स्वागत उद्बोधन में अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि मानसरोवर साहित्य समिति अपने स्थापना दिवस पर स्वर्ण जयंती समारोह का आयोजन करेगी।
इसी क्रम में मोहम्मद नईम, आशीष दुबे बब्लू, ब्रजमोहन सोलंकी, गीतकार गुलाब भूमरकर ने आमंत्रित अतिथियों का भावभीना स्वागत किया। कविता की इस शाम में सर्वश्री राम वल्लभ गुप्त, रामकिशोर नाविक, साजिद सिरोंजवी, माखनलाल नागेश निर्मोही केसला, राधा मैना प्रिया, बीबीआर गांधी, एसआर धोटे सुकवि, मदन तन्हाई, सुनील जनोरिया, डॉ सतीश शमी, डॉ आजाद सिंह, राजेश व्यास, मनीष पाराशर भोपाल, गुलाब भूमरकर, विनय चौरे, कमल पटेल कमल, अविनेश चंद्रवंशी, राजेन्द्र भावसार, मोहम्मद आफ़ाक की प्रस्तुतियों से श्रोता मंत्र मुग्ध हो गए। संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डॉ अमिता जोशी ने कहा कि इस कार्यक्रम ने उनके मन पर अमिट छाप छोड़ी है। आज का दिन प्रेम का दिन है और इस दौर में सबसे ज्यादा जरूरत प्रेम की ही है।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में वरिष्ठ कवि तुकाराम चोलकर ने विद्या की देवी सरस्वती के सभी रूपों का विनम्र स्मरण किया। संचालन मानसरोवर साहित्य समिति के संरक्षक विनोद कुशवाहा ने तथा आभार प्रदर्शन संस्था के प्रचार सचिव युवा पत्रकार सौरभ दुबे ने किया। कार्यक्रम में प्रो डॉ बीसी जोशी नर्मदापुरम्, एमजीएम कॉलेज इटारसी के पूर्व प्राचार्य प्रो डॉ प्रमोद पगारे, वरिष्ठ पत्रकार पुनीत दुबे, मधु मालवीय, देवेन्द्र बडग़ोती, रवि मेहरा, स्वर्णलता छेनिया, राकेश गौर, अतुल, राकेश का सहयोग उल्लेखनीय रहा।