
मेडिकल स्टूडेंट मानसी तिवारी ने दिव्यांग बच्चों के पहुंचकर मनाया नया साल
नर्मदापुरम। कहते हैं अपनी और अपनों की खुशी देखकर तो हर कोई खुश होता है, लेकिन दूसरों के चेहरे पर मुस्कुराहट देखकर जो खुशी मिलती है वह शब्दों में बयां नहीं की जा सकती। मौका था नये वर्ष के स्वागत का। जहां लोगों ने घरों में परिवार के साथ, रिश्तेदारों और मित्रों के साथ नए साल की खुशियां मनाई। वहीं शहर की बेटी एवं बैंगलोर में मेडिकल की पढ़ाई कर रही मानसी तिवारी ने नए साल की खुशियां नि:शक्त, अनाथ बच्चों के बीच जाकर मनाई। उन्होंने बच्चों को उपहार स्वरूप केक, मिठाई के साथ टाफियां देकर खूब मस्ती की।
बता दें कि मेडिकल स्टूडेंट मानसी तिवारी नए वर्ष के अवसर पर बैंगलोर से अपने परिवार के पास नर्मदापुरम आई और नए साल का पहला दिन कुछ अलग अंदाज में ही मनाने का विचार किया। वह आनंद नगर स्थित भविष्य नि:शक्त विशेष विद्यालय पहुंची, जहां नि:शक्त बच्चे रहते हैं। गरीब परिवार के दिव्यांग बच्चे स्पेशल भी हैं, उनकी इच्छा है, भावनाएं और जरूरत है। आम बच्चों से अलग नहीं है, लेकिन मजबूरी ऐसी की वह अपने मन की इच्छा व्यक्त नहीं कर सकते, व्यक्त कर भी दें, तो भला समझने और महसूस करने वाले भी बहुत ज्यादा नहीं है।
युवाओं की दुनिया बड़ों से बिल्कुल अलग होती हैं, इस उम्र में दोस्त, मित्र, परिजन और अपनों के साथ सेलिब्रेशन का स्वभाविक मन करता है, लेकिन आध्यात्मिक और संस्कारित वातावरण में पली और बढ़ी मानसी की सोच थोड़ी हटकर है। यही कारण है कि वह बच्चों को खुश करने लायक ढेर सारा सामान और उपहार लेकर जब नि:शक्त आश्रम पहुंची तो बच्चे उन्हें देखते ही खुश हो उठे। मानसी तिवारी इन बच्चों के बीच पहुंचकर खुद बच्ची बन गई और उन्होंने बच्चों को लाड़ दुलार भी किया। उनसे बातचीत की।
उनके हाव भाव समझे तथा नव वर्ष की खुशियां इन बच्चों के बीच बाँटी। केक, चॉकलेट, मिठाई, पाकर बच्चों के चेहरे पर जो खुशी और चमक दिखाई दी, उसने मानसी के न्यू ईयर सेलिब्रेशन को हजार गुना बढ़ा दिया। इस मौके पर भविष्य नि:शक्त विशेष विद्यालय संचालक अफरोज खान, योगेश शर्मा अध्यक्ष, प्रवीश शुक्ला, राखी परसाई, अरुणा उपाध्याय, चंपा सोनी, मधु वर्मा, विनोद गोलिया, प्रीति राजपूत सहित दिव्यांश बच्चे और मानसी के परिजन मौजूद रहे।