इटारसी। रेलवे सुरक्षा बल के जवानों के नाक, कान एवं गले की जांच के लिए निशुल्क जांच परीक्षण शिविर का आयोजन किया। सर्जन डॉ. विनय गंगवानी एवं मप्र रक्तदान सेवा ग्रुप के सहयोग से शिविर का आयोजन तीसरी लाइन में किया गया।
इस अवसर पर सेवा ग्रुप के संचालक आशीष अरोरा, आरपीएफ निरीक्षक देवेन्द्र कुमार मौजूद रहे। डॉ. गंगवानी ने सभी जवानों एवं पुलिस अफसरों की जांच करते हुए कहा कि आरपीएफ जवान लगातार ट्रेनों के शोर-शराबे एवं रेलवे परिसर के धूल-धुएं वाले क्षेत्र में काम करते हैं। ट्रेनों के हार्न की तेज आवाज एवं थकावट भरी ड्यूटी करने से जवानों के नाक, कान एवं गले में संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है, खासतौर पर कान के पर्दो पर असर पड़ता है।
सभी जवानों के कानों की जांच करते हुए डॉ. गंगवानी ने कहा कि संक्रमण को समय रहते देख लिया जाए तो ठीक रहता है, आगे जाकर समस्या गंभीर हो जाती है। गंगवानी ने जवानों से कहा कि कई जवान पेट्रोलिंग के लिए रेलवे ट्रेक पर भी चलते हैं, पीछे या आगे से आ रही ट्रेनों के हार्न की आवाज ठीक ढंग से सुनाई दे, इसके लिए कानों की विशेष देखभाल करना चाहिए।
निरीक्षक देवेन्द्र कुमार ने इस आयोजन के लिए समिति का आभार जताया।
शिविर में आरपीएफ पोस्ट की आशा मालवीय, विशाल नायक, विजय, सूर्या बामने, प्रवीण पटेल, संदीप सोनी, उर्मिला कैथवास, मनोज कुमार, मुकेश गुप्ता, देवेन्द्र कुमार, वंदना, आरिफ खान, बदन सिंह, विजय कहार, प्रकाश बिल्लौरे, सत्यदीपक यादव, राशिद खान समेत अन्य जवानों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें दवाएं दी गईं।