इटारसी। सकल जैन समाज इटारसी ने आचार्य 108 संत शिरोमणि विद्यासागर जी के देह परिवर्तन पश्चात विनयांजलि दी। श्री द्वारिकाधीश मंदिर प्रांगण में था जहां सर्व धर्म समाज के सभी प्रतिनिधियों ने अपने श्रद्धा सुमन विद्यासागर जी को अर्पित किए। प्रात: 9 बजे से ही समाज की सभी महिला पुरुष श्री पाश्र्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर पहली लाइन में एकत्र हुए और मौन जुलूस के रूप में सभा स्थल पर पहुंचे। आचार्य श्री के चित्र के समक्ष सभी समाज के प्रतिनिधि और सकल जैन समाज के पदाधिकारियों ने मिलकर दीप प्रज्वलित किया।
विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा ने गुरुवर के साथ बिताए लम्हें एवं अनुभवों को व्यक्त किया और उन्हें अदम्य प्रतिभा का धनी बताया। उन्होंने कहा कि गुरुवर को देश के प्रति, सभी समाजों के प्रति, मानव के प्रति और पशुधन के प्रति जो जागरूकता और चिंतन था वह निश्चित रूप से अनुकरणीय है। अधिवक्ता अरविंद गोयल ने उनकी समाज के प्रति देश के प्रति चिताओं का वर्णन करते हुए बताया कि उन्होंने देश में रोजगार बढ़ाने के लिए हथकर्घा उद्योग स्थापित करने को बढ़ावा दिया। अरविंद जैन और विद्या जैन ने गुरुवर के साथ बिताए अपने संस्मरणों को साझा किया। क्रिश्चियन समाज से पास्टर सुभाष पंवार, मुस्लिम समाज से जाफर सिद्दीकी, सिख समाज से जसवीर छावड़ा, पंजाबी समाज से तरुण पोपली, जिला हॉकी संघ की ओर से प्रशांत जैन ने गुरुवर को विनयांजलि अर्पित की।
वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद पगारे ने समाज से निवेदन किया कि आचार्य श्री जैसा गौशाला चलाने का निर्देश देते थे, वैसे ही इटारसी जैन समाज को इटारसी गौशाला में अपना योगदान देना चाहिए। श्री महावीर जैन समिति इटारसी के अध्यक्ष संजय जैन व सचिव जिनेंद्र जैन ने इटारसी में स्थित गौशाला के लिए भरपूर सहयोग करने का आश्वासन दिया। माहेश्वरी समाज से रमेश चांडक, अग्रवाल समाज से गुलाबचंद अग्रवाल, द्वारिकाधीश मंदिर की ओर से विपिन चाणक, मराठा समाज की ओर से राकेश जाधव, तरण तरण जैन समाज की ओर से अध्यक्ष अतुल जैन, पीतांबर जैन समाज की ओर से अध्यक्ष राजकुमार संचेती ने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए आचार्य श्री के प्रति अपनी निष्ठा और भावना व्यक्त की। संचालन करते हुए श्री आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर के अध्यक्ष दीपक जैन ने भी आचार्य श्री के जीवन पर अपनी अभिव्यक्ति प्रस्तुत की। समाज की महिलाओं ने समाधि मरण भावना का पाठ किया।