इटारसी। शासकीय महात्मा गांधी स्मृति स्नातकोत्तर महाविद्यालय इटारसी की राष्ट्रीय सेवा योजना बालक इकाई के सात दिवसीय विशेष शिविर में 7 मार्च 2025 से 13 मार्च 2025 तक ग्राम जुझारपुर में अनेक सेवा कार्य किये। इन सात दिनों में स्वयंसेवकों ने ग्राम में न सिर्फ स्वच्छता से संबंधित बल्कि स्वास्थ्य और जागरुकता के कार्यक्रम करके ग्रामीणों को इनका महत्व भी बताया।
सात दिनों में ये कार्यक्रम किये
एनएसएस के छात्र-छात्राओं ने स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण, नशा मुक्ति अभियान, पर्यावरण संरक्षण रैली, मतदाता जागरूकता रैली आदि एवं नुक्कड़ नाटक के माध्यम से नशे के दुष्प्रभाव के बारे में ग्राम वासियों में जन चेतना फैलाई गई। इस दौरान स्वास्थ्य शिविर में स्वयं सेवकों के साथ-साथ स्कूली छात्र-छात्राओं एवं ग्रामवासियों का भी स्वास्थ्य परीक्षण किया। बौद्धिक सत्र में वित्तीय साक्षरता, कैरियर मार्गदर्शन, महिला सशक्तिकरण, मौसमी बीमारियों से बचाव आदि विषय पर विशेषज्ञों ने स्वयंसेवकों को ज्ञानवर्धक व्याख्यान दिए।
खेल एवं अन्य गतिविधियां
शिविर के सातों दिनों में स्वयंसेवकों ने खेल गतिविधि के अंतर्गत राम-रावण युद्ध, कितने भाई कितने, आदि खेल खेले एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लिया। सातवें दिन शिविर के समापन समारोह की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ राकेश मेहता ने की। इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य ओपी चौरे विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। कार्यक्रम अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना बालक इकाई, डॉ आशुतोष मालवीय ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
समितियों का गठन
कार्यक्रम अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना बालक इकाई, डॉ आशुतोष मालवीय ने बताया कि इस दौरान विभिन्न गतिविधियों के संचालन के लिए समितियां गठित कीं, जिनमें परियोजना समिति, अनुशासन समिति, बौद्धिक समिति, भोजन समिति, खेल समिति, सांस्कृतिक समिति। प्राचार्य डॉ राकेश मेहता ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए बताया कि इस प्रकार के शिविरों से स्वयंसेवकों में टीम के रूप में कार्य करने की क्षमता विकसित होती है, समय का पाबंद होना, आत्मनिर्भर बनना एवं सेल्फ निर्णय लेने की क्षमता का विकास होता है। डॉ आशुतोष मालवीय ने आभार व्यक्त किया।