डरे और लालची लोगों ने छोड़ी है कांग्रेस, जब तक अध्यक्ष हूं, वापसी नहीं होने दूंगा

Post by: Rohit Nage

नर्मदापुरम। कांग्रेस प्रत्याशी संजय शर्मा की नामांकन रैली में शामिल होने आये मप्र कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कांग्रेस छोड़कर जाने वालों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि डरे हुए और लालची लोग पार्टी छोड़कर भाजपा में गये हैं, ऐसे लोगों की भगवान मनोकामना पूरी करे, जिस उद्देश्य से वे गये हैं। उन्होंने कहा कि जिन्होंने कांग्रेस से सब कुछ लिया फिर भी हमें धोखा और गालियां दीं, अपमानित किया, उनके लिए जब्त तक मैं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष रहूंगा, दरवाजे हमेशा के लिए बंद रहेंगे।

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को आड़े हाथों लेते हुए जीतू पटवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री आप पूरे प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं, प्रदेश की हर विधानसभा में रहने वाले व्यक्ति आपके हैं, तो अगर वह छिंदवाड़ा का भी हो तो उसकी समस्या को सुनकर आपको ही दूर करने का प्रयास करना चाहिए। कल छिंदवाड़ा में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को एक व्यक्ति ने आवेदन दिया, जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं तुम्हारा काम क्यों करूं, क्योंकि न यहां सांसद हमारा ना विधायक। इस तरह के बयान देना मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देता है।

पटवारी ने कहा कि आज संविधान बचाने की लड़ाई चल रही है। यह संविधान निर्माण करने वाली टीम के हरिविष्णु कामथ और महर्षि महेश योगी की भूमि है। यह कृषि की राजधानी है, यहां सत्ताधारी पार्टी ने जिसे उम्मीदवार बनाया है, उसने किसानों के लिए भोपाल में आंदोलन किया, ढाई लाख किसान जोड़े, किसान अपने हक के लिए अपने ट्रैक्टरों से अपना डीजल जलाकर पहुंचे और भैया ने मुख्यमंत्री से सौदा कर लिया, भाजपा ज्वाइन कर ली और आज सांसद का टिकट भी ले लिया।

किसानों को धोखे में रखा गया। जीतू पटवारी ने कहा कि कांग्रेस सत्ता में आयी तो बहनों को 8,500 रुपए देंगे, ग्रेजुएशन करने वाले युवाओं को भी यही राशि देंगे। गेहूं का समर्थन मूल्य 2700 रुपए और धान का 31 सौ रुपए देंगे। शिवराज सिंह के चेहरे पर भाजपा जीती लेकिन बहनों को 3 हजार का वादा किया था, जो आज तक नहीं मिला। किसानों को 27 सौ रुपए गेहूं के और 31 सौ रुपए धान के नहीं मिले। हम अन्य उपज का भी स्वामीनाथ आयोग की रिपोर्ट अनुसार समर्थन मूल्य देंगे।

पर्ची के मुख्यमंत्री

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने शिवराज सिंह चौहान के चेहरे पर चुनाव लड़ा। शिवराज सिंह रैम्प बनाकर कर्ज लेकर बड़े-बड़े टेंट लगवाकर कार्डलेश माइक हाथ में लेकर बहनों से 3 हजार रुपए देने का वादा करते थे। सरकार बनी तो ऊपर से एक पर्ची आयी, शिवराज सिंह से कहा कि खोलो, पर्ची में लिखा था मोहन यादव। तो ये न तो जनता के मुख्यमंत्री हैं और ना ही विधायकों के। ये तो पर्ची के मुख्यमंत्री हैं।

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