
अगले दो दिनों में राजस्थान हरियाणा और पंजाब भी पहुंच जाएगा मानसून
इटारसी। मानसून की उत्तरी सीमा (एनएलएम) लगातार अक्षांश से होकर गुजर रही है। 29.4° उत्तर/लंबाई, 70.7° पूर्व, बीकानेर, नारनौल, फिरोजपुर और अक्षांश। 32.5°N/लंबा, 72.5°E। दक्षिण-पश्चिम मानसून के शेष भागों में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हैं। अगले 2 दिनों के दौरान देश के यानी राजस्थान और हरियाणा और पंजाब के शेष हिस्से में भी पहुंच जाएगा।
उत्तरी मध्य प्रदेश के मध्य भागों और आसपास के क्षेत्रों पर निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है और संबंधित चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है।
उत्तर-पश्चिम राजस्थान, पूर्वी राजस्थान, उत्तरी मध्य प्रदेश के मध्य भागों, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल पर कम दबाव का क्षेत्र और वहां से पूर्व की ओर नागालैंड की ओर समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर तक फैला हुआ पूर्व-पश्चिम ट्रफ बना हुआ है।
महाराष्ट्र तट से केरल तट तक औसत समुद्र तल पर अपतटीय गर्त बना हुआ है। दक्षिण गुजरात तट और आसपास के क्षेत्र पर चक्रवाती परिसंचरण 4.5 किमी से 5.8 किमी के बीच है। समुद्र का स्तर औसत से ऊपर बना हुआ है।
पश्चिमी विक्षोभ मध्य क्षोभमंडलीय पछुआ हवाओं में एक गर्त के रूप में जिसकी धुरी 5.8 कि.मी. है। मोटे तौर पर लॉन्ग के साथ औसत समुद्र तल से ऊपर। 74° पूर्व से 32° उत्तर के उत्तर तक बना रहता है