इटारसी। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के अधिकतर शहरों में रुक-रुककर वर्षा हो रही है। रविवार को इंदौर (Indore), जबलपुर (Jabalpur), शहडोल संभाग (Shahdol Division) के सभी जिलों के अलावा भोपाल एवं सागर (Sagar) के कुछ हिस्से में मानसून ने प्रवेश कर लिया है। पिछले 24 घंटों के दौरान रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक प्रदेश के अधिकतर जिलों में कहीं-कहीं वर्षा हुई। मौसम विभाग के अनुसार पूरे प्रदेश में रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला रहेगा।
भोपाल (Bhopal), नर्मदापुरम (Narmadapuram), जबलपुर, शहडोल, इंदौर एवं उज्जैन संभाग (Ujjain Division) के जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पडऩे के आसार हैं। अगले 24 घंटों में अलीराजपुर, बालाघाट, बड़वानी, बैतूल, छिंदवाड़ा, खरगोन (पश्चिम निमाड़), पांढुर्ना, सिवनी में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है।
यहां वेदर सिस्टम सक्रिय
मौसम विज्ञान केंद्र (Meteorological Center) के अनुसार मानसून ने इंदौर, जबलपुर, शहडोल संभाग के जिलों के साथ भोपाल एवं सागर के कुछ हिस्से में प्रवेश कर लिया है। हरियाणा (Haryana), दक्षिणी छत्तीसगढ़ (Southern Chhattisgarh) एवं दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान (South-Western Rajasthan) पर हवा के ऊपरी भाग पर चक्रवात बने हैं।
राजस्थान के मध्य में भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना है। इससे लेकर एक द्रोणिका अरब सागर (Arabian Sea) तक बनी हुई है। इसी चक्रवात से दूसरी द्रोणिका छत्तीसगढ़ तक बनी हुई है, जो मध्य प्रदेश से होकर गुजर रही है। महाराष्ट्र (Maharashtra) से लेकर केरल (Kerala) तक भी एक द्रोणिका बनी है। इन मौसम प्रणालियों के प्रभाव से मध्य प्रदेश के अधिकतर जिलों में रुक-रुककर वर्षा हो रही है।