स्वसहायता से स्वच्छता और हर घर तिरंगा कार्यक्रम
इटारसी। नगर पालिका (Municipality) के स्वच्छता विभाग (Sanitation Department) द्वारा स्वच्छता मिशन के अंतर्गत स्वसहायता से स्वच्छता कार्यक्रम (Self Help Sanitation Program) चलाया जा रहा है। इसी के अंतर्गत आज वार्ड नंबर 3 की आंगनवाड़ी में बैठक हुई। शहरी आजीविका मिशन (Urban Livelihood Mission) की सिटी मैनेजर (City Manager) नेहा उपाध्याय ने स्वसहायता समूह (Self Help Group) की महिलाओं को जागरुक किया। इस अवसर पर हर घर तिरंगा अभियान (Har Ghar Tricolor Campaign) के विषय में भी जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन (Rakshabandhan) का पर्व आ रहा है, ऐसे में यदि महिलाएं अपने भाईयों को रूमाल की जगह तिरंगा भेंट करें तो बेहतर होगा।
बैठक में प्रेरणा लक्ष्मी समूह, प्रगति लालिमा, संत रवि दास, पुरानी इटारसी शनि मंदिर के पास बैठक हुई, लीला समूह की महिलाएं उपस्थित रही। इस दौरान स्वसहायत समूहों को स्वच्छता के विषय और ठोस कचरा क्या है तथा कचरा कितने प्रकार का होता है, जैसे विषयों पर जानकारी दी गई। महिलाओं को बताया गया है कि हमारे घरों, उद्योगों, कार्यालयों, स्कूलों आदि से निकलने वाला अनुपयोगी सामान जो हमारे काम का नहीं है, उसे ठोस कचरा कहते हैं। कचरा चार प्रकार का होता है, जैसे सूखा कचरा, गीला कचरा, घरेलू हानिकारक कचरा और सेनिटरी कचरा।
सूखा कचरा, जैसे कागज, पन्नी, रैपर, गत्ते, प्लास्टिक, लोहा, चमड़ा, धातु आदि। प्राकृतिक न होने से यह कचरा आसानी से गलता भी नहीं है। इसी तरह से गीला कचरा सब्जी के डंठल, बचा हुआ भोजन, मीट, फिश मार्केट से निकला कचरा, घरेलू हानिकारक कचरे में ट्यूबलाइट, सीएफएल के बल्व, बचे हुए केमिकल या पेंट के डिब्बे, पेस्टिसाइड, खराब दवाएं, खराब या उपयोग किये गये इंजेक्शन, बैटरी आदि। चौथे प्रकार का कचरा सेनेटरी अर्थात सेनेटरी पैड, कंडोम, बच्चों व बड़ों के डायपर्स आदि शामिल होते हैं।
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महिलाओं को स्वच्छता में सहयोग के लिए प्रेरित किया


Rohit Nage
Rohit Nage has 30 years' experience in the field of journalism. He has vast experience of writing articles, news story, sports news, political news.
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