
चोरिया कुर्मी समाज द्वारा नर्मदा जयंती पर्व प्रारंभ
इटारसी। चोरियां कुर्मी समाज द्वारा पतित पावनी मां नर्मदा का 36 वा पावन पर्व श्री नर्मदा जयंती समारोह (Narmada Jayanti Celebrations) आज बुधवार को स्वच्छता संकल्प एवं कलश यात्रा के साथ प्रारंभ हो गया है, समापन 8 फरवरी को होगा।
उल्लेखनीय है कि चोरिया कुर्मी समाज के 57 गांव नर्मदा कछार में बसे हैं, साथ ही इटारसी (Itarsi), होशंगाबाद (Hoshangabad) शहरी क्षेत्र में भी समाज के हजारों परिवार मां नर्मदा के संरक्षण में ही अपना जीवन यापन करते हैं। अपना प्रत्येक कार्य नर्मदा जी के जल आचमन से किया जाता है क्योंकि पतित पावनी मां नर्मदा को कुर्मी समाज की कुलदेवी माना जाता है। वर्ष में एक बार नर्मदा जयंती समारोह पूरा समाज मिलकर पावन पर्व के रूप में मनाता है। इस वर्ष भी यह पावन पर्व आज 2 फरवरी से प्रारंभ हो गया है। सभी मां नर्मदा सेठानी घाट (Narmada Sethani Ghat) पर एकत्र हुए और स्वच्छता का संकल्प लिया। मां नर्मदा का निर्मल नीर 51 कलश में भरकर जल कलश यात्रा निकाली जो सेठानी घाट से प्रारंभ होकर हलवाई चौक होते हुए मुख्य मार्ग से मंगलवारा घाट (Mangalwara Ghat) स्थित नर्मदा मंदिर (Narmada Mandir)एवं चोरियां कुर्मी समाज धर्मशाला (Choriyan Kurmi Samaj Dharamshala) पहुंचकर संपन्न हुई। यात्रा का कुर्मी समाज युवा संगठन के मनोज चौधरी, नवल पटेल, देवी प्रसाद चौरे, साहबजी पटेल, अश्वनी चौबे आदि ने पुष्प वर्षा कर एवं जलपान करा कर स्वागत किया। मंदिर समिति अध्यक्ष शिव शंकर झलिया, सचिव महेश पटेल एवं कोषाध्यक्ष शंकरलाल चौरे ने बताया कि मां नर्मदा हम सब की जीवनदायिनी है, उनका साप्ताहिक उत्सव मनाकर हम अपना कर्तव्य निर्वहन कर रहे हैं। समिति के प्रवक्ता रामकृष्ण चौरे ने बताया कि इस पावन पर्व के तहत पूरे सप्ताह भर अनेकों सामाजिक सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ ही श्री नर्मदा पुराण कथा समारोह भी चलेगा। आचार्य पंडित रमाकांत शास्त्री प्रतिदिन दोपहर 1 बजे से शाम 4 बजे तक मां नर्मदा की महिमा का वर्णन करेंगे। समापन 8 फरवरी को जयंती दिवस पर सामूहिक ताम्रपत्र दीपदान किया जाएगा।