मंगल भवन अमंगल हारी चौपाई पर व्याख्यान आयोजित
रिश्तों की रक्षा से बनता है मंगल भवन : पं.श्याम मनावत
सोहागपुर, राजेश शुक्ला। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस शिक्षा समिति के तत्वावधान में सरस्वती शिशु मंदिर में मंगल भवन अमंगल हारी चौपाई पर व्याख्यान आयोजित किया।
उज्जैन से पधारे मानस मर्मज्ञ पंडित श्यामस्वरूप मनावत ने राम चरित मानस की चौपाई मंगल भवन अमंगल हारी, दसहु सुदशरथ अजय बिहारी चौपाई का विश्लेषण किया। पं. मनावत ने व्याख्यान के दौरान कहा रिश्तों की रक्षा से मंगल भवन बनता है। हमें संस्कारों को बचाए रखना है। संबंध, विश्वास, समर्पण, त्याग नहीं होता है, वह अमंगल भवन होते हंै। गणित की भाषा में मनावत ने कहा कि हर अंश से बड़ा होता है, इसलिए हर-हर महादेव, हर-हर गंगे, हर-हर नर्मदे, हर-हर पार्वती बोला जाता हैं। पंडित मनावत ने पारिवारिक संघर्ष पर अपना सटीक, प्रेरणास्पद, ओजस्वी वाणी के साथ व्याख्यान प्रस्तुत किया।
गोस्वामी तुलसीदास ने तात मात सब विधि तुलसी की का उदाहरण देते हुए सीधे-सीधे कहा है, रामायण हमारी मां है। व्याख्यानमाला के मंच पर मुख्य अतिथि पंडित मनमोहन मुद्गल ने आशीष वचन दिए। अध्यक्षता कन्नूलाल अग्रवाल ने की। पिपरिया जिला संघ चालक शिवदयाल चौधरी भी मंच पर उपस्थित थे। इस अवसर पर मंचासीन अतिथियों ने प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं अभिषेक पाली, तनुश्री साहू, रिशिका देवलिया, जितेंद्र पटेल, रोनित सुनोरिया, कृतिका सराठे, दीक्षा रघुवंशी, यश भार्गव, शिवराज पाल, विशाखा पटेल, अभिषेक पटेल, सौरभ ठाकुर, निशा ठाकुर आदि का सम्मान किया। प्राचार्य राहुल देव ठाकरे एवं शिक्षा समिति के सदस्य सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन विनोद दीक्षित ने किया।