व्यापमं कांड पर युकां ने किया कलेक्टर कार्यालय का घेराव

व्यापमं कांड पर युकां ने किया कलेक्टर कार्यालय का घेराव

नर्मदापुरम। युवा कांग्रेस (Youth Congress) ने व्यापमं कांड पर आज कलेक्टर कार्यालय (Collectorate Office) का घेराव किया। कांग्रेसियों ने व्यापमं कांड सहित अन्य विषयों पर भाजपा सरकार को घेरा और कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया। युवा कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री आदित्य पलिया, प्रदेश प्रवक्ता शिवराज चंद्रोल, प्रदेश सचिव मयूर जैसवाल, जिलाध्यक्ष हुजेफा बोहरा, प्रदेश सचिव फैज़ान उल हक, रोहित पवार, विधानसभा अध्यक्ष हर्ष कतकवार, गोल्डी बैस, शिवा राजपूत, शाहरुख खान, ब्लॉक नगर अध्यक्ष सत्यम तिवारी, विक्की आर्य, सतीश बैस, कुलदीप पटेल, पवन चौधरी, अर्पित तिवारी, संजय मीना, राकेश रघुवंशी, देवेंद्र यादव, विजय कावरे, शिवम जैसवाल, बलवीर चौहान, कृष्णा चौहान, वरिष्ठ कांग्रेसी जिलाध्यक्ष सत्येंद्र फौजदार, नगर अध्यक्ष राकेश शर्मा, विजय बाबू चौधरी, समीर शर्मा, पुष्पराज पटेल, संतोष मालवीय, रवि जैसवाल, अशोक जैन, केलु उपाध्याय, नीरज चौधरी, विक्की जुमनानी विकास सिंह भीलाखेड़ी सहित सैकड़ों की संख्या में युवा शामिल हुए।

ये रही मुख्य मांगें-

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में प्राइमरी टीचर वर्ग 3 (Primary Teacher Class 3) की भर्ती का पेपर लीक ( Paper Leak) हुआ जिसमें मुख्यमंत्री (Chief Minister) के ओएसडी (OSD) और एक वर्तमान मंत्री का नाम सामने आया है, जिसकी जांच नहीं हो रही है, इसकी जिसकी निष्पक्ष जांच हो और तब तक दोनों को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जाए। पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा (Police Constable Recruitment Exam), कृषि विस्तार भर्ती परीक्षा में भी गड़बड़ी सामने आई है, जिसमें भाजपा नेताओं के परिचितों को उपकृत्य किया गया, इसकी जांच होना चाहिए। पुलिस उप निरीक्षक (Police Sub Inspector Over Age) एमपीएस आई की भर्ती नहीं निकल रही है, जो युवा इसकी तैयारी कर रही थे, अब ओवर ऐज होने लगे हैं और उनमें निराशा का भाव जागृत हो चुका है। बेरोजगारी से जूझ रहा युवा अब आत्महत्या की तरफ बढ़ रहा है, पिछले 2 वर्षों में देश जब महामारी से जूझ रहा था, उस समय स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना योद्धा बताकर उनकी सेवाएं ली गई और अब उन्होंने बेरोजगार कर दिया। सेना में 3 सालों से कोई भर्ती नहीं निकली है जबकि सेना में 1,50,000 से ज्यादा पद रिक्त हंै और सरकार संविदा आधार पर नियुक्ति करने की बात कर रही है। अतिथि विद्वान के नियमितीकरण का मामला अभी ठंडे बस्ते में है। अतिथि विद्वान धरने पर बैठे हैं और सरकार का ध्यान सिर्फ नौटंकी करने में हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, आशा कार्यकर्ताओं की स्थिति बद से बदतर है 5 से 10000 तक के मानदेय पर दिनभर कड़ी धूप में उन्हें काम करना पड़ता है, आज वह कार्यकर्ता सड़कों पर है और सरकार से अपने हक की गुहार कर रही है, लेकिन सरकार का ध्यान उनकी तरफ नहीं है । मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षाएं भी विलंब से चल रही हैं, दूसरे राज्यों की तुलना में मध्यप्रदेश पिछड़ रहा है। चयनित शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया भी विलंब में है, 2018 के बाद से ही पिवर्गो की छात्रवृत्ति रोक दी गई है । पिछले 3 वर्षों से ओबीसी (OBC) छात्रवृत्ति से छात्र वंचित हैं मध्य प्रदेश में अलग-अलग विभागों में बैक लाख के लगभग 1,50,000 से ज्यादा पद रिक्त हैं, जिन पर सरकार का ध्यान नहीं है । मध्यप्रदेश में भाजपा सरकारके राज में युवाओं का शोषण हो रहा है, इस जंगलराज और इन्हीं सब विषयो को लेकर युवा कांग्रेस पूरे प्रदेश में एक साथ जनविरोधी भारतीय जनता पार्टी की सरकार के खिलाफ आंदोलन करेगी और सरकार से इन सारे विषयों पर निष्पक्ष जांच की मांग करती हैं और तत्काल प्रभाव से मुख्यमंत्री के ओएसडी और संबंधित मंत्री का इस्तीफा लिया जाए ऐसी मांग करती है।

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AUTHORRohit

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