इटारसी। शासकीय महात्मा गांधी स्मृति स्नातकोत्तर महाविद्यालय इटारसी के एनसीसी विभाग ने एनसीसी दिवस के उपलक्ष्य में प्राचार्य डॉ राकेश मेहता एवं एनसीसी अधिकारी डॉ मनीष कुमार चौरे के नेतृत्व में थैलेसीमिया सिकल सेल्स बीमारी जागरूकता रैली का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर महाविद्यालय प्राचार्य डॉ राकेश मेहता ने इस गंभीर बीमारी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि थैलेसीमिया और सिकल सेल्स बीमारी दोनों ही रक्त संबंधी विकार हैं, जो एक वंशानुगत बीमारी है जिसमें शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी होती है। इससे शरीर के विभिन्न अंगों में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। बचाव और जागरूकता के लिए जेनेटिक काउंसलिंग करवाएं ‘प्री-मैरिटल टेस्टिंग’ से आपको अपने साथी में थैलेसीमिया या सिकल सेल्स बीमारी के खतरे के बारे में जानकारी मिल सकती है। यदि आपको थैलेसीमिया या सिकल सेल्स बीमारी है, तो नियमित जांच से आपको अपनी सेहत की निगरानी करने में मदद मिल सकती है।
स्वस्थ जीवनशैली अपनाने से आपको थैलेसीमिया और सिकल सेल्स बीमारी के खतरे को कम करने में मदद मिल सकती है। थैलेसीमिया और सिकल सेल्स बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाने से लोगों को इन बीमारियों के खतरे के बारे में जानकारी मिल सकती है और वे अपनी सेहत की निगरानी कर सकते हैं।
एनसीसी कैडेट्स का नागरिकों को संदेश
थैलेसीमिया और सिकल सेल्स बीमारी से बचाव और जागरूकता के लिए हमें एक साथ मिलकर काम करना होगा। हमें अपने परिवार, समाज और समुदाय में जागरूकता फैलानी होगी ताकि लोग इन बीमारियों के खतरे के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें और अपनी सेहत की निगरानी कर सकें। आइए हम थैलेसीमिया और सिकल सेल्स बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए एक साथ मिलकर काम करें। जागरूकता रैली में एनसीसी कैडेट्स और महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने बड़े उत्साह से भाग लिया रैली नगर के मुख्य मार्गो से होती हुई सरदार पटेल की प्रतिमा स्थल पर समापन किया गया। कैडेट्स द्वारा ‘रक्तदान महादान,’ ‘थैलेसीमिया से लड़ रहे लोगों का साथ दें, आओ हम सब मिलकर इस बीमारी को मात दें’ के नारे लगाकर नगर के लोगों को जागरूकता का संदेश दिया।