इटारसी। उच्च शिक्षा विभाग, मप्र शासन के निर्देशानुसार शासकीय कन्या महाविद्यालय, इटारसी में प्राध्यापकों एवं छात्राओं ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया। इस अवसर पर नेताजी के जीवन और स्वतंत्रता आंदोलन में उनके योगदान को दर्शाती एक लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया।
नेताजी के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ आरएस मेहरा ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस एक उग्र राष्ट्रवादी थे, जिनकी देशभक्ति ने उन्हें भारतीय इतिहास के सबसे महान स्वतंत्रता सेनानियों में से एक बना दिया। वे एक साहसी और स्वतंत्रता के प्रति अति उत्साहित नेता थे। स्वतंत्रता, समानता, राष्ट्रभक्ति के लिए नेताजी के संघर्ष को भुलाया नहीं जा सकता।
रविंद्र चौरसिया ने स्वतंत्रता आंदोलन में नेताजी के योगदान को याद करते हुए कहा कि नेताजी के द्वारा दिए गए नारे जय हिंद और तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा तथा दिल्ली चलो ने स्वतंत्रता आंदोलन में ऊर्जा का संचार कर दिया और युवाओं को स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान देने के लिए प्रेरित किया।
डॉ. संजय आर्य ने कहा कि नेताजी के विचारों से विद्यार्थियों में सकारात्मक सोच, कड़ी मेहनत, आत्मविश्वास, देश सेवा, और एकता जैसे गुणों का विकास होता है। कार्यक्रम में श्रीमती मंजरी अवस्थी, डॉ. शिरीष परसाई, श्रीमती पूनम साहू, डॉ. हर्षा शर्मा, डॉ. मुकेश चंद्र बिष्ट, डॉ. शिखा गुप्ता, क्षमा वर्मा, हेमंत गोहिया, करिश्मा कश्यप, प्रिया कलोसिया, श्रीमती शोभा मीणा तथा छात्राएं उपस्थित थीं।