इटारसी। अब माह के दूसरे मंगलवार को केसला में और तीसरे मंगलवार को इटारसी नगर पालिका कार्यालय में जनसुनवाई होगी। इनमें एसडीएम सहित सभी विभागों के विभाग प्रमुख मौजूद रहेंगे। शेष मंगलवार एसडीएम कार्यालय में ही जनसुनवाई चलेगी। नई व्यवस्था के अंतर्गत आज पहली जनसुनवाई नगर पालिका कार्यालय में हुई जहां बाहर टेबिल-कुर्सियां रखकर जनता की समस्याएं सुनी गईं। करीब बीस आवेदन पहले दिन आए, जिनमें से करीब आधा दर्जन का मौके पर निराकरण किया। राजस्व संबंधी में जल्द निराकरण के निर्देश दिये।
मकान पर ताला डालने की शिकायत
जनसुनवाई में नगर पालिका में स्वास्थ्य समिति के सभापति राकेश जाधव पीडि़त परिवार को साथ लेकर पहुंचे। यहां 80 साल की बुजुर्ग महिला और परिजनों ने शिकायत दर्ज कराई। पीडि़त प्रेम बाई ने बताया कि उसके मकान पर कल किसी अज्ञात व्यक्ति ने ताला डाल दिया और बुजुर्ग का सामान घर से बाहर निकाल दिया। मकान बुजुर्ग महिला और उसके चार बेटों के नाम पर दर्ज है, जो रिक्शा चलाकर अपना परिवार चला रहे हैं। एसडीएम टी प्रतीक राव ने तहसीलदार और टीआई को मौके पर भेजकर जांच कराने के निर्देश दिये। यदि शिकायत सही होगी तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पार्षद ने दिया आवेदन
जनसुनवाई में पार्षद शिवकिशोर रावत ने आवेदन दिया है कि पुरानी इटारसी आबादी वाला वाले क्षेत्र में धारणाधिकार के तहत पट्टे दिए हैं, इनके नामांतरण में संशय है। नगर पालिका का कहना है कि अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय से इनके नामांतरण होंगे एवं अनुविभागीय कार्यालय का कहना है कि नगर पालिका कार्यालय से नामांतरण होंगे। एसडीएम अनुभाग के अधिकारी होने के नाते लिखित निर्देश जारी करें कि उनके नामांतरण कहां से जारी होंगे, साथ ही धारणाधिकार के अंतर्गत पट्टे के लगभग 2000 आवेदन हुए थे जिनमें से लगभग 600 पट्टे निराकृत हुए हैं, शेष 1400 आवेदन किस स्थिति में हैं, इन्हें अस्वीकृत किया है तो उसका अस्वीकृत किए जाने के कारण सहित सूची उपलब्ध कराने की मांग और साथ ही यदि यह कलेक्टर कार्यालय में लंबित है, तो सूची के साथ उपलब्ध कराने की मांग आवेदन में की है। श्री रावत ने बताया कि उन्होंने मांग की है कि पूर्व अनुविभागीय अधिकारी मदन सिंह रघुवंशी के प्रशासक काल में किए मौखिक आदेश से आबादी भूमि के नामांतरण पर रोक लगी है, इन्हें भी निराकृत कराने का कष्ट करें।