इटारसी। भगवान बिरसा मुंडा कॉलेज सुखतवा की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर कार्यक्रम किया। मुख्य अतिथि डॉ आशिया सिद्दीकी, डॉ अपेक्षा भावसार थीं। प्रभारी प्राचार्य डॉ हिमांशु चौरसिया ने अध्यक्षता की। डॉ सौरभ तिवारी, श्रीमती संध्या उपाध्याय विशेष रूप से मौजूद थे।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की डॉ अपेक्षा भावसार ने अपने उद्बोधन में कहा कि वर्तमान में अध्यनरत लड़कियों को अपने माता-पिता की इच्छाओं की पूर्ति करने लगातार मेहनत करनी चाहिए। डॉ आशिया सिद्दीकी ने कहा कि वर्तमान समय में महिलाएं पुरुष से कभी और कहीं भी कम नहीं है। डॉ सौरभ तिवारी ने कहा कि महिलाओं को अपने अंदर की शक्ति स्वयं को जानना चाहिए। उन्होंने महिलाओं को शक्ति के रूप में बताया। श्रीमती संध्या उपाध्याय ने कहा कि आज हम उस स्थिति में आ पहुंचे हैं कि हर कार्य को करने में हम अपनी जी जान लगाते हैं और उसे हासिल करके ही रहते हैं।
अध्यक्षीय भाषण में प्रभारी प्राचार्य डॉ हिमांशु चौरसिया ने कहा कि आजकल महिलाएं घर ही नहीं बल्कि बाहर भी बहुत सारे क्षेत्र में हर कदम में आगे बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही हैं । कार्यक्रम अधिकारी ने अपने उद्बोधन में बताया कि आज 48 प्रतिशत महिलाएं पुरुषों के साथ हर कार्य में आगे बढ़ रही है, और हर काम में हाथ बंटा रही हैं । इस दौरान कॉलेज की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने उपस्थित अतिथियों का स्मृति चिन्ह एवं बुके देकर सम्मान किया।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के डॉ प्रवीण कुशवाहा, डॉ वेद प्रकाश भारद्वाज, डॉ धीरज गुप्ता, सुश्री तनिषा साहू, श्रीमती शकुन भलावी एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवकों के साथ अन्य विद्यार्थी उपस्थित थे। संचालन महाविद्यालय के कार्यक्रम अधिकारी डॉ राधा आशीष पांडे ने किया तथा आभार डॉ. सतीश ठाकरे ने ज्ञापित किया।