इटारसी। सिंधी समाज के प्रमुख संतों में से एक संत कंवरराम साहिब के जन्मोत्सव पर पूज्य पंचायत सिंधी समाज और झूलण सेवा समिति द्वारा वृद्धाश्रम में रह रहे बुजुर्ग महिला एवं पुरुषों को फल वितरित कर उनके स्वस्थ रहने की कामना की। पूज्य पंचायत सिंधी समाज और झूलण सेवा समिति द्वारा संयुक्त रूप से प्रत्येक वर्ष सिंधी समाज के संत कंवरराम साहिब का जन्मोत्सव मनाया जाता है। उनके 139 वे जन्मोत्सव के मौके पर न्यास कालोनी स्थित रोटरी वृद्धाश्रम में पहुंचकर यहां रह रही बुजुर्ग महिला एवं पुरुषों को फल वितरित किये।
इस अवसर पर पूज्य पंचायत सिंधी समाज के अध्यक्ष धर्मदास मिहानी एवं अन्य सदस्यों ने बुजुर्गों के हाल चाल जाने एवं उन्हें फल वितरित कर उनके स्वस्थ रहने की कामना की। झूलण सेवा समिति के संरक्षक महेश बलेचानी ने बताया कि अमर शहीद संत कंवरराम साहिब महान संत थे, वह हिन्दू-मुस्लिम एकता के प्रतीक थे, सभी धर्मों को वह एक समान मानते थे। झूलण सेवा समिति के संस्थापक गोपाल सिद्धवानी ने कहा कि संत कंवरराम साहिब में अलौकिक शक्ति थी। वह लोरी सुनाते थे, उनकी लोरी में इतनी अद्भुत शक्ति थी कि उन्होंने लोरी देकर मरे हुए बालक को भी जिंदा कर दिया था। इसलिए उनका जन्मोत्सव बड़े ही श्रद्वा के साथ मनाया जाता है। इस अवसर पर उनके साथ झूलण सेवा समिति के सचिव मुकेश खुरानी भी मौजूद रहे।