– लेपर्ड देखकर खुश हुए पर्यटक
सोहागपुर/राजेश शुक्ला। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व का प्राकृतिक पर्यटन केंद्र मढ़ई शनिवार से पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। गौरतलब है कि पर्यटन केंद्र मढ़ई विगत 30 जून से सैलानियों के लिए बंद था। मढ़ई में पहले दिन सुबह 6 बजे सारंगपुर तट पर सहायक संचालक संदेश माहेश्वरी ने फीता काटकर मढ़ई टूरिज्म को पर्यटकों के लिए खोला।
इस दौरान पहले दिन जो पर्यटक वहां पहुंचे सहायक संचालक संदेश माहेश्वरी, रेंजर जीएस कालबेलिया, एलएस पटेल, प्यारेलाल रघुवंशी आदि ने गाइड एवं जिप्सी ड्राइवरों की मौजूदगी में सैलानियों का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। इस दौरान मढ़ई पर्यटन केंद्र की ओर से सैलानियों को पौधे भेंट किए गए।
हैदराबाद से आए पर्यटक यशवंत वाकड़े एवं उनकी पत्नी चिंतन वेन ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा पहली बार किसी पर्यटन केंद्र पर हमारा ऐसा स्वागत हुआ है। इसके लिए हम मढ़ई के अधिकारियों को धन्यवाद देते हैं।
सैलानियों ने देखा लेपर्ड एवं चीतल
मढ़ई में पहले दिवस पुणे, भोपाल, हैदराबाद आदि के पर्यटक जंगल सफारी के लिए पहुंचे थे। मॉर्निंग शिफ्ट में 5 जिप्सियों की ऑनलाइन बुकिंग की गई थी। जंगल सफारी के बाद पर्यटकों ने अपने अनुभव बांटते हुए कहा सफारी के दौरान जंगल में स्वतंत्र विचरण करते हुए मोर, चीतल, बायसन, नीलगाय एवं लेपर्ड भी दिखाई दिया। हैदराबाद से आए वाकड़े दंपत्ति के 8 वर्षीय पुत्र ने कहा हमने लेपर्ड भी देखा और एलीफैंट भी देखा।
दरअसल पर्यटकों के दल भ्रमण के दौरान खरेर नाला स्थित हाथी कैंप भी पहुंचे थे। जहां पर हाथी प्रिया एवं विक्रमादित्य गश्ती के लिए तैयार हो रहे थे।
जानकारी अनुसार शनिवार को सुबह पुणे के शंकर घोष एवं उनके 3 साथियों, भोपाल के डॉ राहुल जैन, डॉ. हनी जैन, वासुदेव शास्त्री, श्रीमती सुनीता शास्त्री, राहुल शास्त्री निकिता शास्त्री ने मढ़ई के कोर एरिया में जंगल सफारी की। एसटीआर सहायक संचालक संदेश माहेश्वरी से प्राप्त जानकारी के मुताबिक प्रवेश उत्सव के दिन सुबह की सफारी के लिए 5 जिप्सी की ऑनलाइन बुकिंग की गई थी। जिनमें पुणे, भोपाल, हैदराबाद सहित अन्य स्थानों के पर्यटक शामिल थे। इसी प्रकार से प्रवेश उत्सव के दिन शाम की सफारी के लिए भी 5 जिप्सियों की ऑनलाइन थी।