इटारसी। अभी करीब दो दिन पूर्व नारकोटिक्स विभाग (Narcotics) द्वारा गिरफ्तार मिजोरम (Mizoram) की युवतियों को आज होशंगाबाद कोर्ट (Hoshangabad Court) में विशेष न्यायाधीश एनडीपीएस (NDPS) की अदालत में पेश किया जहां से उन्हें 11 जून तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
उल्लेखनीय है कि सूर्या होटल (Surya Hotel) में नारकोटिक्स विभाग की छापामार कार्यवाही में मिजोरम की तीन युवतियों से करीब 100 करोड़ की हेरोइन (Heroine) जब्त की गई थी। मामले में आज शनिवार को तीनों युवतियों को जिला अस्पताल ( Hospital) में मेडिकल (Medical,) कराने के बाद जेपी सिंह विशेष न्यायाधीश एनडीपीएस की विशेष कोर्ट (Court) में पेश किया गया। बता दें कि 100 करोड़ की हेरोइन पकड़ाने के बाद आरोपियों से पूछताछ के लिए 2 दिन के रिमांड मांगी गई थी जो कि आज पूरी होने पर उन्हें मेडिकल के बाद कोर्ट में पेश किया। आरोपी युवतियों को कोर्ट में कार्रवाई के दौरान करीब 2 घंटे तक एसी गाड़ी में बैठाए रखा।
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो इंदौर (Narcotics Control Bureau Indore) के जोनल डायरेक्टर (Zonal Director) बृजेंद्र चौधरी के अनुसार 25 मई 2022 को एक सूचना पर कार्रवाई करते हुए एनसीबी (NCB), इंदौर (Indore) की एक टीम ने होटल सूर्या, रेलवे स्टेशन (Railway Station) के पास, इटारसी, होशंगाबाद, एमपी में 21 किलोग्राम हेरोइन बरामद की और जब्त की। इस मामले में 03 महिलाओं को गिरफ्तार किया गया। वे जिम्बाब्वे (Zimbabwe) से भारत के लिए हवाईयात्रा के माध्यम से और आगे बेंगलुरु (Bengaluru) से दिल्ली (Delhi) के लिए ट्रेन के माध्यम से यात्रा कर रहे थे। उन्होंने इटारसी, होशंगाबाद, एमपी (MP) में अपनी यात्रा रोक कर रुकने का विचार बनाया था। एनसीबी इंदौर की टीम ने उन्हें होटल सूर्या में दबोच लिया, जहां वे ठहरे हुए थे। जब्त मादक पदार्थ को ट्रॉली बैग में छिपाकर रखा गया था। जब्त की गयी हेरोईन का स्रोत जिम्बाब्वे था और यह दिल्ली में डिलीवर होनी थी।
क्या है हेरोइन
हेरोइन अफीम से तैयार की जाती है। यह एक अर्ध सिंथेटिक उत्पाद है और अत्यधिक नशे की लत वाली दवा है, जो अफीम पोस्ता (पापावर सोम्निफरम) में पाए जाने वाले मॉर्फिन एल्कालोइड से प्राप्त होती है और मॉर्फिन की तुलना में लगभग 2 से 3 गुना अधिक शक्तिशाली होती है। भारत दो सबसे बड़े हेरोइन उत्पादक बेल्टों के बीच स्थित है, जिन्हें पहले गोल्डन क्रिसेंट और गोल्डन ट्रायंगल के नाम से जाना जाता था। शुरुआत में भारत में जब्त की गई हेरोइन का बड़ा हिस्सा अफगानिस्तान और म्यांमार से आया था। लेकिन वर्तमान परिदृश्य में, भारतीय सीमाओं की कड़ी सुरक्षा के कारण और भारतीय ड्रग कानून प्रवर्तन एजेंसियों की सतर्कता के कारण तस्कर अफ्रीकी या अन्य देशों के माध्यम से अवैध हेरोइन की खेप भेजने की कोशिश करते हैं।