इटारसी। कर्मचारियों के एचआरएमएस डेटा सुधार, यूएमआईडी, ई-पास आदि संबंधी शिकायतों के निराकरण एवं प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना एवं प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन योजना हेतु पात्र ठेका श्रमिकों को जागरूक करने के लिए आज इटारसी, भोपाल, विदिशा, बीना और हरदा में शिविर आयोजित किये गए।
इस शिविर में शिकायतों का निराकरण करने के साथ-साथ श्रमिकों को प्रधानमंत्री योजनाओं की जानकारी देते हुए उसका लाभ लेने के लिए जागरूक किया गया।
बता दें कि प्रधान मंत्री श्रम योगी मानधन एक सरकारी योजना है जो असंगठित श्रमिकों की वृद्धावस्था सुरक्षा और सामाजिक सुरक्षा के लिए है। प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन वृद्धावस्था संरक्षण और असंगठित श्रमिकों की सामाजिक सुरक्षा के लिए एक सरकारी योजना है। असंगठित श्रमिक ज्यादातर घर पर काम करने वाले, स्ट्रीट वेंडर, मिड-डे मील वर्कर, हेड लोडर, ईंट भ_ा मजदूर, मोची, कूड़ा बीनने वाले, घरेलू कामगार, धोबी, रिक्शा चालक, भूमिहीन मजदूर, खुद के अकाउंट वर्कर के रूप में लगे हुए हैं। कृषि श्रमिक, निर्माण श्रमिक, बीड़ी श्रमिक, हथकरघा श्रमिक, चमड़ा श्रमिक, दृश्य-श्रव्य श्रमिक या समान अन्य व्यवसायों में काम करने वाले श्रमिक। देश में ऐसे करीब 42 करोड़ असंगठित कामगार हैं।
þयह एक स्वैच्छिक और अंशदायी पेंशन योजना है जिसके तहत लाभार्थी को 60 वर्ष की आयु प्राप्त करने के बाद 3000 रुपये प्रति माह की न्यूनतम सुनिश्चित पेंशन प्राप्त होगी और यदि लाभार्थी की मृत्यु हो जाती है, तो लाभार्थी का पति 50 प्रतिशत प्राप्त करने का हकदार होगा। परिवार पेंशन के रूप में पेंशन। पारिवारिक पेंशन केवल पति या पत्नी पर लागू होती है।