न बीमा है ना पेंशन, दुनिया भर का टेंशन
रीतेश राठौर, केसला। सोमवार को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों द्वारा संयुक्त मोर्चा प्रदेश संगठन के आव्हान पर 22 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल की जा रही है। संयुक्त मोर्चा के बैनर तले 17 संगठन अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। सोमवार को संयुक्त मोर्चा जनपद पंचायत केसला द्वारा मटकिया फोड़ कर अपनी मांगों के प्रति शासन का ध्यान आकर्षित किया गया। संयुक्त मोर्चा इस बार आर-पार की लड़ाइयां लड़ रहा है।
हमें प्रताडि़त किया जाता है
शासन और प्रशासन दबाव डालकर हमारी हड़ताल को तोडऩे का प्रयत्न कर रहा है, यह बंद कर दें, अन्यथा आंदोलन और उग्र होगा। हम अत्यंत अल्प वेतन में काम करते हैं, हमें प्रताडि़त किया जाता है, अफसर तानाशाही बताते हैं। यह सब अब नहीं चलेगा। जब तक हमारी मांगें नहीं मानी जाती, हड़ताल अनवरत चलेगी। यह चेतावनी पंचायत से जड़े 17 विभाग की आंदोलन का केसला जनपद के संयुक्त मोर्चा के ब्लॉक अध्यक्ष मनीष राजपूत ने दी। आज जनपद पंचायत केसला में जारी आंदोलन के बीच आंदोलनकारी कर्मचारियों ने मटकी फोड़कर शासन को संदेश दिया है कि यह अपशगुन होता है, शासन चेत जाए, अन्यथा आंदोलन उग्र होगा। मटकी फोडऩे का यह काम प्रांतीय आह्वान पर किया गया है। मनीष राजपूत का कहना है कि अल्प वेतन में हम नौकरी कर रहे हैं, हमें मैदान में कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
पंचायतों में कामकाज ठप
पंचायत एवं ग्रामीण विभाग के समस्त कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से पंचायतों में कामकाज पूरी तरह ठप हो चुका है। संयुक्त मोर्चा जनपद केसला के ब्लॉक अध्यक्ष मनीष राजपूत का कहना है कि विगत 12 दिनों से हम हड़ताल पर हैं। शासन भले ही यह नहीं दिखा रहा है की हमारी हड़ताल से उसे फर्क पड़ा है,लेकिन जमीन हकीकत यह है कि शासन को इस बात का पूरा अहसास है कि पंचायतों में आम नागरिक परेशान हो रहा है, योजनाओं की प्रगति थम रही है। यही हमारी जीत के संकेत है। मटकी फोड़ प्रदर्शन के दौरान संयुक्त मोर्चा केसला द्वारा अपनी व्यथा, मांगों को प्रशासन को उनका कर्तव्य याद दिलाने के लिए बीमा है न पेंशन हैश् दुनिया भर का टेंशन है। आधी रोटी आधा पेट, संविदा जीवन चढ़ गया भेंट। अभी तो अंगड़ाई है आगे और लड़ाई है। जैसे विभिन्न नारे मटकियों में चिपकाए गए।