भरना होगी अभिभावकों (Parents) को ट्यूशन फीस (Tuition fees)
इटारसी। अशासकीय स्कूलों (Private School) ने लगातार शिक्षा विभाग और अभिभावकों द्वारा किये जा रहे असहयोग को लेकर सोपास के एक प्रतिनिधिमंडल होशंगाबाद डीईओ (DEO) से मिला। सोपास के सिवनी मालवा, बानापुरा, होशंगाबाद, इटारसी, सोहागपुर, बाबई, सेमरी के प्रतिनिधिमंडल ने डीईओ आरएस बघेल (RS Baghel, DEO) से अभिभावकों द्वारा ट्यूशन फीस (Tuition fees) समय पर न जमा करने और बिना शुल्क लिये टीसी न देने की बात को रखा। आधा सत्र बीत जाने के बाद भी न्यायालय के निर्देश के बावजूद फीस जमा न करने, अभद्रता करने की शिकायत डीईओ से की। डीईओ ने स्वीकार किया कि सिर्फ अभिभावक ही नहीं खुद निजी स्कूल संस्थाएं भी बदहाली के दौर से गुजर रही हैं और अब भी ट्यूशन फीस रोकने पर ये बंद की कगार पर आ चुकी हैं। डीईओ स्पष्ट किया कि न्यायालय के निर्देश के अनुसार अभिभावकों को ट्यूशन फीस देनी होगी। निजी संस्थायें इसके अतिरिक्त कोई शुल्क न लें।
स्कूल संचालकों ने यह भी बताया कि स्कालरशिप हेतु की जाने वाली मेपिंग में भी निजी स्कूल तत्परता से सक्रियता दिखाते हैं पर अभिभावक द्वारा खाते में पैसा न डालने से वो इनआपरेटिव हो जाता है और उसका पैसा खाते में नहीं आ पाता है, जिसमें खुद की गलती को वो स्कूल प्रशासन पर थोपकर शिकायतें करता है, जो गलत है। स्कूल डायरेक्टर्स ने सरकारी स्कूलों द्वारा बिना टीसी निजी स्कूलों के बच्चों के प्रवेश पर भी आपत्ति दर्ज की जिससे शिक्षा विभाग की ही दो संस्थाओं में प्रबल मतभेद जन्म लेगा। इस अवसर पर सोपास के प्रवीण पणीकर, रवि राजपूत, प्रशांत जैन, प्रवीण अवस्थी, सुभाष दुबे, आलोक गिरोटिया, आलोक राजपूत, राजेन्द्र तोमर, मनोज सिंघवाने, शरद शास्त्री, प्रसन्न काशिव उपस्थित थे।