इटारसी। श्री दुर्गा नवग्रह समिति लक्कडग़ंज इटारसी (Sri Durga Navagraha Samiti Lakkadganj Itarsi) के अध्यक्ष प्रमोद पगारे ने बताया कि इस मंदिर के संस्थापक श्री श्री 1008 श्री विवेकानंद महाराज (Sri Sri 1008 Sri Vivekananda Maharaj) के स्वर्गवासी हो जाने के कारण इस वर्ष उपरोक्त आयोजन केवल 12 दिवसीय हो रहा है।
आयोजन के मुख्य आचार्य पं. विनोद दुबे के नेतृत्व में आचार्य पं. सत्येन्द्र पांडेय एवं आचार्य पं. पीयूष पांडेय के द्वारा प्रतिदिन देश के बारह ज्योर्तिलिंगों (Twelve Jyotirlingas) के पार्थिव स्वरूप का निर्माण का रूद्राभिषेक किया जाएगा। सात नदियों के पवित्र जल एवं धर्मक्षेत्र की माटी से प्रतिदिन पार्थिव ज्योर्तिलिंग का निर्माण होगा यह आयोजन 9 अगस्त मंगलवार तक चलेगा।
पगारे ने कहा कि श्री सोमनाथ गुजरात (Somnath Gujarat), श्री मल्लिकार्जुन आंध्रप्रदेश (Sri Mallikarjun Andhra Pradesh), श्री महाकाल मध्यप्रदेश (Sri Mahakal Madhya Pradesh), श्री ओमकार ममलेश्वर मध्यप्रदेश (Sri Omkar Mamleshwar Madhya Pradesh), श्री वैद्यनाथ झारखंड (Sri Vaidyanath Jharkhand), श्री भीमाशंकर महाराष्ट्र (Sri Bhimashankar Maharashtra), श्री रामेश्वरम् तमिलनाडू (Sri Rameshwaram Tamil Nadu), श्री नागेश्वर गुजरात (Sri Nageshwar Gujarat), श्री विश्वनाथ उत्तरप्रदेश (Sri Vishwanath Uttar Pradesh), श्री त्रयम्बकेश्वर महाराष्ट्र (Shri Trimbakeshwar Maharashtra), श्री केदारनाथ उत्तरांचल (Shri Kedarnath Uttaranchal) एवं श्री घुश्मेश्वर महाराष्ट्र (Shri Ghushmeshwar Maharashtra) ज्योर्तिलिंगो के प्रतिदिन पार्थिव स्वरूप का निर्माण एवं रूद्राभिषेक किया जाएगा।
यह आयोजन प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से सांयकाल 5 बजे तक श्री दुर्गा नवग्रह मंदिर लक्कडग़ंज इटारसी में संपन्न होगा। पार्थिव ज्योर्तिलिंग पूजन रूद्राभिषेक के पहले परंपरानुसार मंदिर में श्री रामचरितमानस (Shri Ramcharitmanas) के सुंदरकांड (Sundarkand) पाठ का आयोजन किया गया।