त्योहारों पर यात्रियों को होगी परेशानी, ट्रेनों में नो रूम के हालात

त्योहारों पर यात्रियों को होगी परेशानी, ट्रेनों में नो रूम के हालात

इटारसी। त्योहारों और आगामी दिनों में परीक्षा के बाद ग्रीष्म अवकाश को देखते हुए ट्रेनें फुल चल रही हैं। खासतौर पर मुंबई से उप्र और बिहार जाने वाली ट्रेनों में नो रूम के हालात बन चुके हंै। अब यात्रियों को अपने सफर से 24 घंटे खुलने वाले तत्काल कोटे का ही सहारा है, इसमें भी चंद मिनटों में बर्थ आवंटन होने से टिकट कन्फर्म होना मुश्किल हो जाता है।

आरक्षण कार्यालय के अनुसार 8 मार्च की होली को देखते हुए फरवरी से ही टिकटों की मारामारी है। होली के साथ ही ग्रीष्मकालीन अवकाश भी शुरू हो रहे हैं, इस वजह से ट्रेनों में अचानक यात्रियों का दबाव बढ़ेगा। यात्रियों की सुविधा को देखते हुए रेलवे कुछ त्यौहार स्पेशल ट्रेनें चला रही है, हालांकि यात्रियों की संख्या और मांग के हिसाब से इन ट्रेनों से भी ज्यादा राहत नहीं मिलेगी, साथ ही कुछ विशेष रूट पर ही स्पेशल ट्रेनें चल रही हैं, जबकि बर्थ की कमी लगभग हर रूट पर आ रही है।

जनरल और स्लीपर घटने से संकट

आर्थिक रूप से सक्षम यात्री तो किसी तरह यात्रा के लिए आरक्षण ले लेते हैं, लेकिन गरीब मजदूर वर्ग आज भी सामान्य दर्जे के कोच में रियायती कीमत पर अपना सफर करना चाहते हैं, कोविड लाकडाउन से हुए घाटे से उबरने के लिए रेलवे ने तेजी से लंबी दूरी की कई ट्रेनों में जनरल कोच एवं स्लीपर कोच की संख्या कम करते हुए वातानुकूलित कोच बढ़ा दिए हैं, इससे सामान्य दर्जे की यात्रा करना मुश्किल हो रहा है। पहले इंजन के पीछे 3-4 एवं गार्डयान के आगे भी इतने ही जनरल कोच होते थे, लेकिन अब कई ट्रेनों में 3-4 कोच ही सामान्य आ रहे हैं। यात्रा से चार माह पूर्व आरक्षण की सुविधा होने के बावजूद अधिकांश यात्री अपने अवकाश के लिहाज से अचानक यात्रा का प्लान करते हैं, इसी वजह से आरक्षण का संकट हो रहा है। त्योहारी भीड़ होने से रोज आरक्षण कार्यालय पर तत्काल कोटे के लिए यात्रियों की भीड़ आ रही हैं, कई लोग आईआरसीटीसी की बेवसाइट पर आनलाइन टिकट बुक करा लेते हैं।

इन रूट की ट्रेनों में बर्थ नहीं

महालक्ष्मी ट्रेवल्स के संचालक कपिल गौर के अनुसार इटारसी से पुणे जाने वाली, मुबंई से उप्र-बिहार जाने वाली ट्रेनों में रिजर्ववेशन नहीं मिल रहे हैं। एलटीटी से उप्र-बिहार, पंजाब और राजस्थान जाने वाली ट्रेनों में आरक्षण की मारामारी है। मुबंई से दिल्ली , पंजाब, चेन्नई जाने वाली ट्रेनों में भी आसानी से बर्थ मिलना मुकिश्ल है। होली पर तिरूपति बालाजी, शिर्डी, मथुरा, वृदांवन जाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ अलग है। आरक्षण कर्मियों के अनुसार 1-10 मार्च के बीच हावड़ा, कुशीनगर, पठानकोट, अमरकंटक, इंदौर-बिलासपुर एक्स. दानापुर, ताप्तीगंगा, पवन, जयनगर एक्सप्रेस, गोरखपुर, कामायनी, पुष्पक, एलटीटी एक्सप्रेस, हैदराबाद, जयपुर, चेन्नई, रायपुर के लिए भी बर्थ नहीं मिल रही है। रानी कमलापति, जबलपुर एवं भोपाल स्टेशन से चलने वाली भोपाल प्रतापगढ़, इंटरसिटी, जनशताब्दी, अमरकंटक एक्सप्रेस में भी बर्थ नहीं मिल रही हैं।
जनसंपर्क अधिकारी भोपाल मंडल सूबेदार सिंह ने बताया कि रेलवे द्वारा यात्रियों के बढ़ते दबाव को क्लियर कराने के लिए होली एवं ग्रीष्मकाल में अतिरिक्त ट्रेनों का संचालन किया जाएगा, इसका प्रचार प्रसार भी किया जा रहा है, ये विशेष ट्रेनें इंटरनेट मीडिया पर भी रिकार्ड में हैं, इससे काफी राहत मिलेगी, जरूरत पडऩे पर अतिरिक्त यातायात को देखते हुए अलग से कोच बढ़ाए जा सकते हैं।

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AUTHORRohit

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