नर्मदापुरम। पिपरिया (Pipariya) तहसील में पदस्थ पटवारी प्रवीण मेहरा (Praveen Mehra) की मौत के बाद पटवारी बिफर गये और एसडीएम (SDM) द्वारा दी गई मानसिक प्रताडऩा के कारण घटना होने का आरोप लगाते हुए जिला मुख्यालय पहुंचकर एसडीएम को हटाने की मांग की। पटवारियों का कहना है कि प्रताडऩा और गलत कार्रवाई से पटवारी की असामयिक मृत्यु हुई है। उन्होंने एसडीएम को हटाने की मांग की।
दरअसल फौरी नामांतरण के एक मामले में दो अलग-अलग लोग आये थे। इनके नाम और वल्दियत एक जैसे थे। पटवारी ने प्रतिवेदन भी दिया था। न्यायालय से आदेश हुए और पटवारी ने जो प्रतिवेदन दिया उसे आईडेंटीफाइड भी किया। एसडीएम ने उसी प्रकरण में बहनों के नाम चढ़ाए और पटवारी पर गलत आदमी की फौती चढ़ाने का आरोप लगाते हुए एफआईआर करा दी। धरनारत पटवारियों का कहना है कि एसडीएम की ओर से गलत एफआईआर करायी है, गलत भाषा का इस्तेमाल भी किया है। दस्तावेजों में त्रुटि निकालकर पैसे की मांग की जाती है। मामले में एसडीएम का कहना है कि हाईकोर्ट ने दो बार जमानत याचिका खारिज की है, एफआईआर गलत कैसे हो सकती है। वरिष्ठ अधिकारी के परीक्षण के बाद थाना प्रभारी को निर्देशित किया था, पटवारी की मौत डेंगू (Dengue) से हुई है। आरोप कोई भी लगा सकता है। मामले में ज्ञापन लेने के बाद कलेक्टर ने एडीएम को जांच सौंपी है।
नर्मदापुरम (Narmadapuram) के पटवारियों ने मांग की है कि 24 घंटे में दोषियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या और गलत आदेश पारित करने पर एफआईआर कराई जाये। उक्त दोषी अधिकारी को तत्काल हटाया जाये, जो न्यायालय पटवारी प्रतिवेदन के आधार पर आदेश कर रहे हैं और लास्ट में गलत आदेश के होने पर पटवारी की जवाबदेही होगी लिखकर आदेश कर रहे हैं, उसे बंद कराया जाये। मृतक की पत्नी को शीघ्र अनुकंपा नियुक्ति दी जाये। 24 घंटे में कार्यवाही नहीं होती है तो पटवारी शुक्रवार से सामूहिक अवकाश पर चले जायेंगे और तीन दिन में कार्यवाही न होने पर संपूर्ण काम बंद कर देंगे।
ज्ञापन देने वालों में अंजू नारोलिया (Anju Narolia), देवेन्द्र जाटव (Devendra Jatav), दिनेश तिवारी (Dinesh Tiwari), नरेंद्र सोलंकी (Narendra Solanki), प्रवीण चौधरी (Praveen Chaudhary), भगवत चौहान (Bhagwat Chauhan), प्रताप ठाकुर (Pratap Thakur), सुमित वर्मा, प्रकाश विलासपुरिया, शिखा शर्मा, सरिता सिंधु, जितेन्द्र पाटकर, श्वेता गौर, ममता पथोरिया, नितिन शर्मा, मुकेश गौर, मुकेश कुर्मी, श्याम रघुवंशी, प्रदीप यादव, लोकेश ठाकरे, देवेन्द्र खंडेरिया, अरविंद रघुवंशी, हरि स्वामी, प्रशांत शर्मा सहित सैंकड़ों पटवारी उपस्थित रहे।