
परीक्षाओं से व्यक्तित्व के जीवन में निखार आता है
इटारसी। जीवन में सभी को अलग-अलग समय चक्र में परीक्षाओं के दौर से गुजारना पड़ता है और जो भी इन परीक्षाओं में अपनी संकल्प शक्ति से पास हो जाते हैं, उनका मानव जीवन सफल हो जाता है।
उक्त उद्गार मथुरा वृंदावन (Mathura Vrindavan) की कथा मर्मज्ञ देवी हेमलता शास्त्री ने व्यक्त करते हुए कहा कि परीक्षाओं से ही व्यक्तित्व जीवन में निखार आता है। वृंदावन गार्डन (Vrindavan Garden) न्यास कॉलोनी में आयोजित श्री राम कथा समारोह के विश्राम दिवस में हेमलता शास्त्री (Devi Hemlata Shastri) ने सीता जी के अग्नि परीक्षा प्रश्न का वर्णन करते हुए कहा कि जिनके भाव निश्चल हो मन में निर्मलता हो उन्हें किसी भी प्रकार की परीक्षाओं का भय नहीं रहता बल्कि जितनी परीक्षाएं वह देते हैं, उतना ही निखार उनके व्यक्तित्व में और उनके जीवन में आता है। इसी भाव से सुनी कथा और की गई भक्ति से पुण्य फल भी मानव जीवन में प्राप्त होता है। हरि अनंत हरि कथा अनंता गवाही सुना ही सब विधि सब संता इस चौपाई के साथ श्री राम कथा समारोह को व्यास गादी से विश्राम देते हुए देवी हेमलता ने कहा कि प्रभु श्री राम की कथा तो आनंद है जिसे पूर्ण रूप से ना तो कोई कह सकता है और ना सुन सकता है लेकिन जितनी भी कहो और जितनी भी सुनो उसके एक अंश को भी आत्मसात कर लो तो जीवन सफल हो जाता है।
श्री राम कथा रूपी नौ दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान के समापन अवसर पर विधायक डॉ सीतासरन शर्मा(MLA Dr Sitasaran Sharma), कार्यक्रम के सूत्रधार एवं मुख्य यजमान जसवीर सिंह छाबड़ा (Jasvir Singh Chhabra), जगदीश मालवीय (Jagdish Malviya), किशन सेठी (Kishan Sethi), अशोक खंडेलवाल(Ashok Khandelwal), शरद गुप्ता (Sharad Gupta), मनोज सोनी (Manoj Soni) एवं अंशुल अग्रवाल (Anshul Agarwal) ने पुराण पूजन करते हुए सामूहिक रूप से कथा व्यास देवी हेमलता जी शास्त्री का स्वागत सम्मान किया। महा आरती एवं महाप्रसाद वितरण के साथ समारोह संपन्न हुआ।