सरकारी अस्पताल में डेढ़ करोड़ से बनेगी पीआईसीयू

सरकारी अस्पताल में डेढ़ करोड़ से बनेगी पीआईसीयू

विधायक डॉ.सीतासरन शर्मा ने किया स्थल का निरीक्षण
इटारसी। डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी शासकीय अस्पताल परिसर (Dr. Shyamaprasad Mukherjee Government Hospital Complex) में एक करोड़ 50 लाख की लागत से स्वीकृत बच्चों के लिए गहन चिकित्सा इकाई (Intensive Care Unit) निर्माण स्थल देखने आज विधायक डॉ.सीतासरन शर्मा (MLA Dr. Sitasaran Sharma) अस्पताल परिसर में पहुंचे और अधीक्षक के साथ निरीक्षण किया। इटारसी अनुविभाग के लिए यह एक बड़ी सौगात है।
इस अवसर पर शासकीय अस्पताल के अधीक्षक डॉ आरके चौधरी, विधायक प्रतिनिधि भरत वर्मा, भाजपा के वरिष्ठ नेता जगदीश मालवीय भी उनके साथ मौजूद रहे।

यहां प्रस्तावित है पीआईसीयू

इसका निर्माण राठी अस्पताल (Rathi Hospital) के साइड में खाली पड़ी अस्पताल की जमीन पर होगा। पहले अस्पताल की नई बिल्डिंग के तीसरे मंजिल पर होना निर्धारित था। लेकिन गंभीर बच्चों को इकाई में तत्काल भर्ती कराने ले जाने की समस्या को देखते हुए इस यूनिट को ग्राउंड प्लोर (Ground Floor) पर बनाने का निर्णय लिया। तीसरी मंजिल पर पहुंचने के लिए लिफ्ट (Lift) लगानी पड़ती, यदि एमरजेंसी (Emergency) के दौरान लिफ्ट में गड़बड़ी अथवा बिजली गुल हो जाए तो तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ सकता था।

जिले की दूसरी यूनिट

इटारसी (Itarsi) में नवजात शिशु के उपचार के लिए शिशु गहन चिकित्सा इकाई अस्पताल में पहले से ही है, लेकिन 1 माह से लेकर 12 साल तक के बालकों के लिए इटारसी अनुविभाग में बाल्य गहन चिकित्सा इकाई नहीं थी। नर्मदापुरम (Narmadapuram) जिले में सिर्फ जिला अस्पताल में ही इसकी सुविधा थी, परंतु अब जिले के बाद दूसरी यूनिट इटारसी के शासकीय अस्पताल परिसर में जल्द खुलेगी। दस बिस्तर की इस यूनिट का निर्माण कार्य अब जल्द ही प्रारंभ होगा।

गंभीर बच्चों को मिल सकेगा उपचार

शासकीय अस्पताल परिसर में बाल्य गहन चिकित्सा इकाई बनने के बाद शहर ही नहीं बल्कि ग्रामीण अंचलों के गंभीर बच्चों का इलाज इस यूनिट में किया जाएगा। शहर सहित इस अस्पताल से आदिवासी विकास खंड केसला की 49 पंचायतों के अलावा नर्मदापुरम ब्लाक के एक दर्जन से अधिक गांव जुड़े हैं। ऐसे में सैकड़ों बच्चों को इसका लाभ मिलेगा। बताया जा रहा है कि दस बिस्तर की इस यूनिट में सेंट्रल ऑक्सीजन सिस्टम (Central Oxygen System) के साथ ही वेंटीलेटर (Ventilator) में लगने वाले सभी आवश्यक उपकरण लगाए जाएंगे ताकि उपचार के दौरान सिस्टम के जरिए बच्चों की स्थिति का पता चल सके। शिशु रोग विशेषज्ञ डा विवेक दुबे के अनुसार इस यूनिट में हाई प्लो नेजल कैनूला (High Plow Nasal Cannula) अर्थात मिनी वेंटीलेटर (Mini Ventilator) की सुविधा बच्चों को दी जाएगी।

प्रशिक्षण हो चुका है

यूनिट का काम जल्द ही प्रारंभ होगा, इसके पहले ही शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ विवेक दुबे को इस यूनिट में बालकों की देखरेख और उपचार का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। उन्होंने कहा कि दो बार वह प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं। यहां आने वाले स्टाफ को भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि बच्चों का यहां बेहतर उपचार किया जा सके।

इनका कहना है..

शासन ने गंभीर बालकों के उपचार के लिए बाल्य शिशु गहन चिकित्सा इकाई की सुविधा दी है। डेढ़ करोड़ की लागत से इसका निर्माण कार्य जल्द ही किया जाएगा। पहले नई बिल्डिंग में इसका निर्माण होना था, लेकिन वहां तक बच्चों को पहुंचाने के अलावा तमाम समस्याओं को देखते हुए नीचे ही यूनिट बनाई जाएगी ताकि गंभीर बच्चे को तत्काल युनिट में भर्ती कर उपचार किया जा सके।
डॉ. सीतासरन शर्मा, विधायक

 


 

 

 

 

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AUTHORRohit

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