इटारसी। हरियाली महोत्सव के अंतर्गत लायंस क्लब इटारसी सुदर्शन अध्यक्ष अंजना तिवारी के नेतृत्व में आज स्कूली बच्चों और टीचिंग स्टाफ को हरियाली महोत्सव (Hariyali Matosav) के अंतर्गत पौधे वितरित किए गए। इसी अवसर पर उनके लिए यातायात संबंधी नियमों के पालन करने की एक कार्यशाला भी आयोजित की गई।
इन दिनों स्कूलों में नौवीं से बारहवीं तक कक्षाओं के बच्चे आने लगे हैं। इसी के मद्देनजर अध्यक्ष अंजना तिवारी ने स्कूली बच्चों को यातायात जागरूकता के अंतर्गत एक कार्यशाला आयोजित की। कार्यशाला के समापन पर स्कूल स्टाफ बच्चों और और उपस्थित लायन सदस्यों को पौधे वितरित किए गए। इस अवसर पर इमीडिएट पास प्रेसिडेंट सर्वजीत सिंह सैनी (President Sarvjit Singh Saini), पूर्व अध्यक्ष अयूब खान (Former President Ayub Khan), पूर्व अध्यक्ष नीलम गांधी (Former President Neelam Gandhi), मनोज गालर, चंद्रशेखर महंत और सलोनी चौरे भी उपस्थित थे।
वक्ता के रूप में विशेषज्ञ बीबीआर गांधी ने कहा जिस तरह हमने कोरोना के काल में को भी विहेवियर को अपनाया है उसी तरह ट्रैफिक नियमों के लिए भी ट्रैफिक विहेवियर अपनाना होगा। हम सड़क पर चलते समय बहुत कुछ भूल जाते हैं, नियमों की अनदेखी करते हैं और दुर्घटनाओं को बुलावा दे देते हैं। गांधी ने कहा कि यदि स्कूली बच्चे ट्रैफिक विहेवियर को समझ जाएंगे तो उनके परिवार सहित उनके मित्र भी सड़क पर होने वाले दुर्घटनाओं जैसी अनहोनी से बच जाएंगे। बच्चों की जिद के आगे माता पिता अपनी कमाई में से उन्हें टू व्हीलर ले तो देते हैं लेकिन उनके वयस्क होने का इंतजार नहीं करते और उन्हें सड़कों पर नियम विरुद्ध वाहन चलाने के लिए छोड़ देते हैं। ज्यादातर देखा गया है कि सड़क दुर्घटनाओं को युवा ही जन्म देते हैं और कई प्रकार के परिवार के लिए परेशानी खड़ी कर देते हैं। इसलिए जरूरी है कि जब भी कोई भी वाहन खरीदें तो उससे पहले उससे पहले उस के साथ आने वाले मैनुअल में ट्रैफिक के नियमों को भी पढ़ लें। हर नए वाहन खरीदी के साथ एक बुकलेट आती है जिसमें ट्रैफिक के सिगनल्स भी दृश्य होते हैं, उन्हें देखकर आसानी से सड़क पर चलना आसान हो जाता है। गांधी ने सड़क और गलियों में पैदल चलने, साइकिल चलाने या टू व्हीलर चलाने संबंधी बारीकियों को भी समझाया।
इस अवसर पर अयूब खान और चंद्रशेखर ने भी संबोधित किया।
अध्यक्ष अंजना तिवारी ने कहा कि यदि किसी भी दुर्घटना में कोई चोट लगती है या अंग भंग हो जाता है तो उसे वापस ठीक नहीं किया जा सकता, इसलिए नियमों का पालन करके ही अपने आप को आसानी से बचाया जा सकता है।
अंत में एक्सीलेंट स्कूल संचालक संदीप तिवारी ने बच्चों और स्कूल स्टाफ को कहा कि आज जो महत्वपूर्ण जानकारी कार्यशाला के माध्यम से मिली है, उसे जीवन भर याद रखना है और अपनाना है। साथ ही तिवारी ने सभी का आभार भी माना।
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कोविड बिहेवियर की तरह ट्रैफिक बिहेवियर भी जरूरी – गांधी

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