
Pradhan Mantri Awas Yojna (PMAY): इन कारणों से रुक सकती है आपकी 2.67 लाख रुपये तक की सब्सिडी
Pradhan Mantri Awas Yojna: इन कारणों से रुक सकती है आपकी 2.67 लाख रुपये तक की सब्सिडी
Pradhan Mantri Awas Yojana: अगर आप पहली बार घर खरीद रहे हैं तो मोदी सरकार प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 2.67 लाख रुपये तक की छूट पाई जा सकती है। फिर भी इस छूट का फायदा सभी आमजन नहीं उठा पा रहे हैं। यदि आप भी इस छूट का फायदा उठाना चाहते हैं तो इससे पहले आप को कुछ जरूरी बातों को ध्यान में रखना होगा ताकि आपकी सब्सिडी कहीं रुके नहीं। प्रधानमंत्री आवास योजना (Pradhan Mantri Awas Yojna) के तहत शुरू की गई क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी स्कीम (Credit Linked Subsidy Scheme) का लाभ बहुत से घर खरीदने के इच्छुक लोगों को नहीं मिल रहा है। देशभर में लाखों घर खरीदारी इस योजना के तहत सब्सिडी पाने का इंतजार कर रहे हैं।
सब्सिडी रुकने के कुछ कारण
पहला कारण: आय सीमा में गलती
Pradhan Mantri Awas Yojna के तहत छूट का लाभ लेने के लिए आय की सीमा तीन लाख, छह लाख और बारह लाख रुपये तय की गई है। अगर कोई व्यक्ति तीन लाख रुपये आय सीमा में आता है तो उसे 2.67 लाख की छूट मिलेगी। वह ईडब्ल्यूएस श्रेणी में आएगा। इसी तरह 6 लाख तक आय वाला व्यक्ति एलआईजी और 6-12 लाख तक आय वाला एमआईजी-1 और 12-18 लाख वाला एमआईजी-2 श्रेणी में आएगा। अगर कोई व्यक्ति की आय और घर की श्रेणी में अंतर पाया जाता है तो उसकी सब्सिडी रुक जाती है।
दूसरा कारण: पहले से कोई घर का होना
प्रधानमंत्री आवास योजना के Credit Linked Subsidy Scheme के तहत छूट पाने के लिए अनिवार्य है कि वह पहली बार घर खरीद रहा हो। यानी उसके नाम पर पहले से कोई घर नहीं हो। अगर किसी व्यक्ति के नाम पर पहले से घर है तो उसको इस छूट का लाभ नहीं मिलता है।
तीसरा कारण: संपत्ति की सह मालिक में महिला का नाम
Pradhan Mantri Awas Yojna के तहत छूट पाने के लिए जरूरी है कि जिस प्रॉपर्टी पर सब्सिडी ली जा रही है उसमें महिला सह मालिक और सह-उधारकर्ता हो। इसके नहीं होने से सब्सिडी का लाभ नहीं मिलेगा।
चौथा कारण: आधार और दस्तावेज पर नाम में अंतर
फॉर्म भरते समय गलतियां भी सब्सिडी पाने में देरी का एक और कारण हो सकता है। उदाहरण के लिए, आधार और अन्य दस्तावेजों पर नाम में अंतर होने पर देरी हो सकती है।
पांचवां कारण: सरकारी एजेंसियों की देरी
फिलहाल, हाउसिंग एंड अर्बन डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (हुडको), नेशनल हाउसिंग बैंक (एनएचबी) और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया Pradhan Mantri Awas Yojna के तहत मिले आवेदन की जांच करता है। कोरोना संकट के बीच जांच प्रक्रिया देरी होने से घर खरीदारों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है।