– पिता ने कहा, आरोपी पक्ष के तीन लोगों को बचाया
– मृतक के चचेरे भाई से कोरे कागज पर कराए साइन
इटारसी। ग्राम सोंठिया के युवक जयंत दुबे हत्याकांड(Jayant Dubey Hatyakand) के बाद पुलिस जांच से जयंत के परिजन संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस ने जांच में न सिर्फ लापरवाही की है, बल्कि कुछ आरेापियों को बचाया भी जा रहा है। आज मृतक जयंत के पिता और चचेरे भाई आज दोपहर यहां सर्व ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष जितेन्द्र ओझा से परशुराम भवन में मिले और मदद की गुहार लगायी। ओझा ने कहा कि मृतक के परिजनों के साथ मामले की निष्पक्ष जांच के लिए आला अधिकारियों से मिलेंगे और जरूरत पड़ी तो मुख्यमंत्री (CM) से मिलने भी जाएंगे।
पुलिस ने मामले में 5 लोगों पर मामला दर्ज कर गिरफ्तारी की है। लेकिन पुलिस की कार्रवाई से मृतक युवक के परिजन असंतुष्ट हैं। जयंत के पिता घनश्याम दुबे, चचेरे भाई विनोद दुबे ने आरोप लगाया कि हत्या की साजिश में राजेश विश्वकर्मा, जिम्मी विश्वकर्मा एवं भगत सिंह नामक युवक भी शामिल थे, पर पुलिस ने इन्हें छोड़ दिया। उनके बयान भी नहीं लिए गए बल्कि कोरे कागज पर साइन लेकर भगा दिया। श्री दुबे ने कहा कि इस मामले में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं पुलिस अफसरों को शिकायत की जाएगी। परिजनों ने कथित रूप से पैसों के लेनदेन एवं राजनैतिक दबाब होने की बात भी कही।
रात 1 बजे बहन को किया फोन
दुबे ने बताया कि रात 9 बजे तक इकलौता बेटा घर में था। आखिरी बार रात 1 बजे जयंत ने अपनी बहन को फोन पर बताया कि मैं जंगल के स्कूल में छिपा हुआ है, आरोपी गण मेरी हत्या कर सकते हैं, इसलिए सिवनी मालवा थाने में घटना की जानकारी दे दो, इसके बाद किसी तरह की बात नहीं हुई। मामले को लेकर एसडीओपी महेन्द्र मालवीय ने कहा कि जांच में जो आरोपी पाए गए हैं, उनके खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। परिजनों को किसी तरह की शिकायत है तो उसकी जांच कराई जाएगी।
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