इटारसी। एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, इससे प्री मानसून की दस्तक होगी और गर्मी से आंशिक राहत मिल सकती है। हालांकि मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के कई हिस्सों में तापमान में आगामी पांच दिनों में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की जा सकती है।
मौसम विज्ञान केन्द्र भोपाल (Bhopal) के मुताबिक आगामी चौबीस घंटे में विदिशा, रायसेन, सीहोर, भोपाल, बुरहानपुर, खरगोन, उज्जैन, देवास, शाजापुर, नीमच, मंदसौर, छिंदवाड़ा, दमोह, टीकमगढ़, सागर, निवाड़ी, छतरपुर, ग्वालियर और दतिया में कहीं-कहीं वर्षा या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ेंगीं। रायसेन, सीहोर, छिंदवाड़ा, सागर, छतरपुर व निवाड़ी जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक का मौसम रहेगा।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान (Afghanistan) और उसके आसपास बना हुआ है। उसके प्रभाव से दक्षिण-पश्चिम राजस्थान (Rajasthan) पर एक प्रेरित चक्रवात बना हुआ है, उत्तरी पाकिस्तान (Pakistan) पर भी हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। इन मौसम प्रणालियों के असर से जबलपुर सहित संभाग के जिलों में नमी आने से बादल छाए रहेंगे। कहीं-कहीं तेज हवा और हल्की बूंदाबांदी भी हो सकती है। तापमान में मामूली गिरावट आने से गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है।
प्री-मानसून 10 जून के बाद : इस वर्ष मानसून के कुछ देरी से आने की संभावना के बीच मध्यप्रदेश में प्री मानसून 10 जून के बाद आने की संभावना जतायी जा रही है। केरल में मानसून चार दिन देरी से आएगा वहीं मध्यप्रदेश में इसके मुख्य मानसून 18 जून तक आने के आसार हैं।